नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) विलय एवं अधिग्रहण सौदों को अटकलों से बचाने के लिए बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को ऐसे मामलों में लेनदेन के लिए शेयर का मूल्य स्तर तय करने की एक रूपरेखा पेश की।
बाजार में अफवाहों की वजह से शेयर कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव की घटनाओं के बीच, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अफवाहों की पुष्टि के लिए एक विस्तृत मानदंड पेश किया है जो एक जून से शीर्ष 100 सूचीबद्ध कंपनियों पर लागू होंगे।
इस बीच, सेबी ने बाजार में अटकलों की पुष्टि होने पर लेनदेन के लिए अप्रभावित मूल्य पर विचार करने के लिए एक रूपरेखा जारी की है।
आम तौर पर बाजार में कोई अटकल न होने की स्थिति में किसी कंपनी के शेयर मूल्य को अप्रभावित कीमत कहा जाता है।
विलय-अधिग्रहण सौदों के दौरान शेयर कीमतों में उतार-चढ़ाव लेनदेन के समग्र मूल्य को प्रभावित कर सकता है, इसलिए नियामक ने शेयर की एक अप्रभावित कीमत पर विचार करने का प्रस्ताव दिया है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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