शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 275 अंक टूटा

शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 275 अंक टूटा

शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 275 अंक टूटा
Modified Date: December 10, 2025 / 05:00 pm IST
Published Date: December 10, 2025 5:00 pm IST

मुंबई, 10 दिसंबर (भाषा) टिकाऊ उपभोक्ता, निजी बैंकों और आईटी शेयरों में बिकवाली के बीच स्थानीय शेयर बाजार के मानक सूचकांक बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 275 अंक गिर गया जबकि निफ्टी में 82 अंक की गिरावट रही।

बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 275.01 अंक यानी 0.32 प्रतिशत गिरकर 84,391.27 अंक पर बंद हुआ। यह 11 नवंबर के बाद इसका सबसे निचला स्तर है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 85,020.34 के ऊपरी और 84,313.62 के निचले स्तर को छुआ।

एनएसई का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी भी अंतिम घंटे की बिकवाली के दबाव में 81.65 अंक यानी 0.32 प्रतिशत गिरकर 25,758 अंक पर बंद हुआ।

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कारोबार के आखिरी घंटों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं, निजी बैंक और आईटी शेयरों में हुई बिकवाली ने शुरुआती बढ़त को खत्म कर दिया और सेंसेक्स एवं निफ्टी एक महीने के निचले स्तर पर बंद हुए।

सेंसेक्स के शेयरों में इटर्नल, ट्रेंट, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के शेयर गिरावट में रहे।

हालांकि टाटा स्टील, सन फार्मास्यूटिकल्स, आईटीसी, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावरग्रिड और एशियन पेंट्स के शेयरों में बढ़त रही।

जियोजीत इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”भारतीय बाजारों ने वैश्विक सतर्कता का अनुसरण किया। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली, रुपये की कमजोरी और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता में अनिश्चितता से धारणा प्रभावित हुई।”

एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्केई, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट में बंद हुए, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग हरे निशान में था।

नायर ने कहा कि जापानी बॉन्ड का प्रतिफल बढ़ने और बैंक ऑफ जापान के मौद्रिक सख्ती के संकेतों के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव बढ़ा है। ऐसे में उभरते बाजारों में जोखिम टालने की धारणा मजबूत हुई है।

उन्होंने कहा, ”अब ध्यान आगामी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर है, जहां 0.25 प्रतिशत की दर कटौती का अनुमान है।”

इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,760.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,224.89 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट कच्चा तेल 0.03 प्रतिशत फिसलकर 61.92 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

भाषा पाण्डेय प्रेम

प्रेम


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