Amit Shah on SIR: ‘SIR पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि…’, लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताई ये बड़ी वजह

Amit Shah on SIR: 'SIR पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि...', लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताई ये बड़ी वजह

Amit Shah on SIR: ‘SIR पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि…’, लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताई ये बड़ी वजह

Amit Shah on SIR/Image Source: IBC24

Modified Date: December 10, 2025 / 05:43 pm IST
Published Date: December 10, 2025 5:40 pm IST
HIGHLIGHTS
  • लोकसभा में अमित शाह का स्पष्टीकरण
  • SIR पर चर्चा क्यों नहीं हो सकती-अमित शाह
  • अमित शाह ने लोकसभा में दिया जवाब

नई दिल्ली: Amit Shah on SIR:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि पहले दो दिन तक विपक्ष ने इस पर चर्चा टालने का सुझाव दिया था लेकिन जब विपक्ष ने चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार होने की बात कही तो भाजपा-एनडीए ने तुरंत मान लिया।

SIR पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती- अमित शाह (Amit Shah SIR discussion)

अमित शाह ने बताया कि चर्चा को लेकर ‘नहीं’ कहने के दो मुख्य कारण थे। उन्होंने कहा, “एक, विपक्ष SIR पर चर्चा चाहता था। मैं बहुत साफ़ हूँ कि इस सदन में SIR पर चर्चा नहीं हो सकती। यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। भारत का EC और CEC सरकार के तहत काम नहीं करते। अगर चर्चा होती और सवाल उठते तो इसका जवाब कौन देगा? उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही विपक्ष ने चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए सहमति जताई, भाजपा–एनडीए तुरंत तैयार हो गए।

Amit Shah on SIR:  गृह मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि संसद में चर्चा से कभी नहीं भागा जाता। उन्होंने कहा कि इस मामले पर चर्चा को लेकर पहले दो दिन तक अड़चन रही। इससे लोगों में गलत संदेश गया कि हम इस पर चर्चा नहीं करना चाहते। मैं यह साफ़ करना चाहता हूँ कि संसद इस देश में चर्चा के लिए सबसे बड़ी पंचायत है। BJP–NDA हमेशा संसद के नियमों के अनुसार किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार रहते हैं।

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टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।