नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) टोरेन्ट गैस लि. चेन्नई में वाहनों के लिये खुदरा सीएनजी तथा घरों एवं उद्योगों को पाइप के जरिये गैस पहुंचाने के लिये संबंधित ढांचागत सुविधाओं के विकास में 5,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी ने शहर में गैस वितरण को लेकर लाइसेंस हासिल किया है।
औषधि से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे टोरेन्ट समूह की इकाई टोरेन्ट गैस ने चेन्नई में वृद्धि एवं निवेश सम्मेलन के दौरान शहर में गैस से जुड़े बुनियादी ढांचा विकास के लिये तमिलनाडु सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये।
टोरेन्ट गैस ने एक बयान में कहा कि वह चेन्नई और तिरूवल्लुर जिलों में पाइपलाइन बिछाने के साथ अन्य ढांचागत सुविधाओं का विकास करेगी। इसके तहत 3,569 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पाइप के जरिये प्राकृतिक गैस (पीएनजी) कनेक्शन घरों, उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को उपलब्ध कराये जाएंगे। साथ ही कंपनी वाहनों को सीएनजी (कॉम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) उपलब्ध कराने के लिये भी जरूरी ढांचागत सुविधाएं तैयार करेगी।
कंपनी के पास 16 भौगोलिक क्षेत्रों के लिये सिटी गैस लाइसेंस है। ये क्षेत्र सात राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश …उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना और पुडुचुरी… के 32 जिलों में फैले हैं।
टोरेन्ट गैस के निदेशक जे मेहता ने कहा कि प्राकृतिक गैस कम खर्चीला और पर्यावरण अनुकूल भी है। इसीलिए परिवार, छोटे कारोबारियों एवं उद्योग इसे पसंद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी के सिटी गैस वितरण संबंधी ढांचागत सुविधाओं के विकास में 5,000 करोड़ रुपये के निवेश से क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक विकास पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। इससे राज्य में नये निवेश आकर्षित होंगे।’’
मेहता ने कहा, ‘‘इस निवेश से 5,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार भी मिलेंगा।’’
इस मौके पर मुख्यमंत्री इडापड्डी के पलानीस्वामी ने नागापत्तनम में डिजिटल तरीके से टोरेन्ट गैस के पहले सिटी गैस स्टेशन के लिये आधारशिला रखी।
गैस कारोबार के लिये ढांचागत सुविधाओं को खड़ा करने के पहले चरण के तौर पर टोरेंन्टगैस चालू वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में चेन्नई और तिरुवल्लुर जिलों में 30 सीएनजी स्टेशन चालू करने की उम्मीद कर रही है।
भाषा
रमण महाबीर
महाबीर
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