कुल चीनी उत्पादन 2024-25 के सत्र में दो प्रतिशत घटकर 333 लाख टन रहने का अनुमान : इस्मा
कुल चीनी उत्पादन 2024-25 के सत्र में दो प्रतिशत घटकर 333 लाख टन रहने का अनुमान : इस्मा
नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) उद्योग निकाय इस्मा का अनुमान है कि अक्टूबर से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2024-25 में भारत का कुल चीनी उत्पादन दो प्रतिशत घटकर 333 लाख टन रहेगा।
भारतीय चीनी मिल एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (इस्मा) ने मंगलवार को विपणन वर्ष 2024-25 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए चीनी उत्पादन के शुरुआती अनुमान जारी किए।
उपग्रह छवि, अपेक्षित पैदावार पर फील्ड रिपोर्ट, चीनी प्राप्ति की दर, निकासी प्रतिशत, पिछले और वर्तमान वर्षों की वर्षा के प्रभाव, जलाशयों में पानी की उपलब्धता और दक्षिण-पश्चिम मानसून 2024 के दौरान अनुमानित वर्षा के व्यापक विश्लेषण के बाद यह अनुमान जारी किया गया है।
अपने पूर्वानुमान में, एसोसिएशन ने देश के सकल चीनी उत्पादन (एथनॉल के लिए डायवर्जन के बिना) को 2024-25 के लिए 333.10 लाख टन आंका है, जो चालू 2023-24 विपणन वर्ष में अनुमानित 339.95 लाख टन है।
चालू विपणन वर्ष के लिए शुद्ध चीनी उत्पादन 319.65 लाख टन अनुमानित है, जिसमें एथनॉल बनाने के लिए 20.30 लाख टन ‘डायवर्जन’ को ध्यान में रखा गया है।
इस्मा ने एक अक्टूबर, 2024 तक 90.5 लाख टन का शुरुआती स्टॉक पेश किया है, जबकि 2024-25 के दौरान सकल उत्पादन (एथनॉल के लिए डायवर्जन के बिना) 333 लाख टन आंका गया है। इस प्रकार, 2024-25 में चीनी की कुल उपलब्धता 423.5 लाख टन होगी।
अगले विपणन वर्ष में घरेलू खपत 290 लाख टन होने का अनुमान है, जिससे 30 सितंबर, 2025 तक समापन स्टॉक 133.5 लाख टन हो जाएगा।
ढाई महीने के लिए मानक स्टॉक 55 लाख टन रखा गया है। इसलिए, मानक स्टॉक के अलावा अतिरिक्त स्टॉक 78.5 लाख टन है।
इस्मा ने कहा, ‘‘… चीनी का अतिरिक्त स्टॉक 2024-25 सत्र में निर्बाध एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम और चालू सत्र में निर्यात, दोनों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त होगा, जिससे चीनी बाजार संतुलित रहेगा।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय

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