स्वरोजगार से स्वावलंबन की तरफ बढ़ते उत्तर प्रदेश के युवा, एमएसएमई महत्वपूर्ण: योगी आदित्यनाथ

स्वरोजगार से स्वावलंबन की तरफ बढ़ते उत्तर प्रदेश के युवा, एमएसएमई महत्वपूर्ण: योगी आदित्यनाथ

स्वरोजगार से स्वावलंबन की तरफ बढ़ते उत्तर प्रदेश के युवा, एमएसएमई महत्वपूर्ण: योगी आदित्यनाथ
Modified Date: July 30, 2025 / 08:36 pm IST
Published Date: July 30, 2025 8:36 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

लखनऊ, 30 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को युवाओं के स्वरोजगार पर बल देने के साथ ही पिछली राज्य सरकारों पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

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मुख्यमंत्री ने यहां ‘युवा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, ”राज्य में बड़े पैमाने पर एमएसएमई इकाइयां थीं और पहले से ही हर जिले और हर कस्बे के आसपास उनके क्लस्टर मौजूद थे लेकिन पिछली सरकार इस क्षेत्र के महत्व को नहीं समझ पाई।”

उन्होंने कहा, ”जिनकी सोच सिर्फ अपने परिवारों तक सीमित थी और जिन्होंने सत्ता हथियाने के लिए समाज को बांटने पर जोर दिया, वे राज्य की सबसे बड़ी युवा आबादी के भविष्य के बारे में कैसे सोच सकते हैं।”

आदित्यनाथ ने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर यह आरोप लगाया कि पिछली सरकारें राज्य के एमएसएमई उद्योग को बंद करने की साजिश का हिस्सा थीं।

उन्होंने कहा, ”पिछली सरकार की गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और बेईमानी ने लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर दिया था।”

आदित्यनाथ ने कहा कि बड़े पैमाने के उद्योग बंद हो रहे हैं और कारीगर परेशान होकर दूसरे काम की तलाश में लगे हैं।

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की पहल का जिक्र करते हुए कहा, ”वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद हमने एक समिति बनाई और ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना शुरू की। आज ओडीओपी योजना पूरे देश में एक ब्रांड बन गई है।”

इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत संचालित हो रही ‘सीएम युवा योजना’ को प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए ‘स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा’ का माध्यम बताया।

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस योजना के तहत 68,000 से अधिक युवाओं को 2,751 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त एवं बिना गारंटी वाला ऋण उपलब्ध कराया गया है। योजना के अंतर्गत 10 प्रतिशत मार्जिन मनी की सुविधा भी राज्य सरकार दे रही है।

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के युवाओं में असीमित संभावनाएं हैं। सीएम युवा योजना से इन युवाओं को मंच और मार्गदर्शन मिल रहा है जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके।’

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प, कुटीर और एमएसएमई उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। आज उत्तर प्रदेश में कोई भी नया उद्यम शुरू करने पर पहले 1000 दिन तक किसी प्रकार की लाइसेंस बाध्यता नहीं है। उन्हें पांच लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जा रहा है।’

मुख्यमंत्री ने हर जिले से कम-से-कम 50 युवाओं को यह प्रदर्शनी दिखाने का निर्देश भी दिया ताकि उन्हें योजनाओं, स्टार्टअप संसाधनों और बाजार पहुंच की सही जानकारी मिल सके।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फ्रेंचाइजी व्यवसाय, बिजनेस ऑन व्हील्स व अन्य नवाचारी व्यवसायों के ब्रांड्स/मशीनरी की प्रदर्शनी का उ‌द्घाटन करने के साथ मशीनरी आपूर्तिकर्ताओं के पोर्टल ‘यूपी मार्ट’ को पेश भी किया।

बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री की मौजूदगी में 17 समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी किए गए।

मुख्यमंत्री युवा योजना का लाभ पाने वाले राज्य भर के युवा इस सम्मेलन में शामिल हुए। इस योजना के तहत युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार की तरफ से छोटे ऋण दिए जाते हैं।

भाषा जफर सलीम प्रेम

प्रेम


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