नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालयों को वितरण और जुड़ाव को अधिकतम करने के लिए पूरे देश के दृष्टिकोण पर ध्यान देने के साथ प्रक्रियाओं को सरल बनाने का प्रयास करना चाहिए।
वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि दक्षता के साथ प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक संदर्भ में नीति को लगातार और अधिक अनुकूल करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके अलावा निर्णय लेने में स्वामित्व की भावना पैदा करने की भी जरूरत है।
वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तीन दिन के चिंतन शिविर के दौरान दोनों मंत्रालयों के 100 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों ने अमृत काल के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक बेहतर प्रयास करने की जरूरत पर चर्चा की।
चिंतन शिविर के समापन के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि सीतारमण ने अधिकारियों को सरकार में उपलब्ध संसाधनों और अनुभव के विशाल पूल का बेहतर उपयोग करने की सलाह दी। वित्त मंत्री ने अमृत काल में 2047 के विकसित भारत की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करने की जरूरत बताई।
सीतारमण ने अधिकारियों से अपनी निर्धारित भूमिकाओं से परे जाकर अन्य क्षेत्रों पर भी अतिरिक्त प्रभाव डालने का आग्रह किया, ताकि आपसी सहमति से विचार बनकर आएं, जो कुल मिलाकर मंत्रालय के लिए उपयोगी हो सकें।
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