Bilaspur Conversion News: मिशनरियों के निशाने पर न्यायधानी! यहां चल रहा धर्मांतरण का खेल, इस बहाने से बुलाए गए थे लोग |

Bilaspur Conversion News: मिशनरियों के निशाने पर न्यायधानी! यहां चल रहा धर्मांतरण का खेल, इस बहाने से बुलाए गए थे लोग

मिशनरियों के निशाने पर न्यायधानी! यहां भी चल रहा धर्मांतरण का खेल, Bilaspur News Another case of religious conversion came to light in Bilaspur

Edited By :   |  

Reported By: Vishal Vishal Kumar Jha

Modified Date: April 13, 2025 / 09:01 PM IST
,
Published Date: April 13, 2025 6:12 pm IST
HIGHLIGHTS
  • तोरवा थाना क्षेत्र के साईं भूमि परिसर में प्रार्थना सभा का आयोजन
  • धर्मांतरण की आशंका पर हिंदूवादी संगठनों ने जताया विरोध
  • पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की

बिलासपुर: Bilaspur Conversion News: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। न्यायधानी बिलासपुर से एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच तोरवा थाना इलाके में प्रार्थना सभा के धर्मांतरण करने वालों का भंडाफोड़ हुआ है। जानकारी मिलने के बाद मौके पर हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया।

Read More : कोरबा में बड़ा हादसा, नहर में पिकअप गिरने से तीन बच्चे समेत पांच लोग बहे, मचा हड़कंप

Bilaspur Conversion News: मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला तोरवा थाना क्षेत्र के साईं भूमि परिसर का है। यहां प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। परिसर में 10 से ज्यादा लोग थे, जिनका धर्म परिवर्तन कराए जाने की आशंका है। इसकी जानकारी जब हिंदूवादी संगठनों को लगी तो मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

Read More : MP News: देर रात चामुंडा देवी मंदिर पहुंचा बीजेपी विधायक का बेटा, पुजारी ने पट खोलने से मना किया तो दिखाई गुंडागर्दी, कांग्रेस ने साधा निशाना

बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब बिलासपुर से इस तरह का मामला सामने आया हो। रामनवमी के दिन हिंदूवादी संगठनों ने सरकंडा थाना क्षेत्र के बहतराई में प्रार्थना सभा के नाम पर हो रहे धर्मांतरण का भंडाफोड़ किया था। वहां भी प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण हो रहा था। पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया था।

बिलासपुर में धर्मांतरण के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?

बिलासपुर जैसे शांत शहरों में धर्मांतरण के मामले हाल ही में इसलिए बढ़े हैं क्योंकि प्रार्थना सभाओं के जरिए कुछ संगठन लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जिसकी शिकायतें हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस में की हैं।

क्या तोरवा थाना क्षेत्र में धर्मांतरण की पुष्टि हुई है?

अभी तक यह मामला धर्मांतरण की आशंका पर आधारित है। पुलिस पूछताछ कर रही है और जांच पूरी होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।

क्या धर्मांतरण के लिए कोई कानूनी अनुमति जरूरी है?

जी हां, छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत किसी का भी धर्म परिवर्तन करने से पहले प्रशासन को सूचना देना आवश्यक होता है। बिना अनुमति के धर्मांतरण अवैध माना जाता है।

"प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण" के कितने मामले सामने आए हैं?

अब तक कई घटनाएं रिपोर्ट हो चुकी हैं, विशेष रूप से बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों में। हाल ही में तोरवा और बहतराई क्षेत्रों में ऐसे मामले सामने आए हैं।

पुलिस इन मामलों में क्या कार्रवाई करती है?

पुलिस पहले शिकायत के आधार पर जांच करती है, फिर संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेती है। अगर धर्मांतरण का प्रयास सिद्ध होता है, तो संबंधित कानून के तहत केस दर्ज किया जाता है।