CG Assembly Budget Session: रायपुर आयुर्वेद कॉलेज में यौन उत्पीड़न का मामला, भाजपा विधायक ने सदन में पूछा- 8 साल बाद भी क्यों नहीं हुई कार्रवाई? मंत्री ने दिया ये जवाब

रायपुर आयुर्वेद कॉलेज यौन उत्पीड़न का मामला, CG Vidhansabha Budget Session: Raipur Ayurveda College sexual harassment case

CG Assembly Budget Session: रायपुर आयुर्वेद कॉलेज में यौन उत्पीड़न का मामला, भाजपा विधायक ने सदन में पूछा- 8 साल बाद भी क्यों नहीं हुई कार्रवाई? मंत्री ने दिया ये जवाब

CG Assembly Budget Session

Modified Date: March 18, 2025 / 03:07 pm IST
Published Date: March 18, 2025 1:05 pm IST

रायपुरः CG Assembly Budget Session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है। मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने कई मुद्दों को लेकर मंत्रियों से सवाल किए। प्रश्नकाल के दौरान 2018 में रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज में हुए सेक्सुअल हरासमेंट का मुद्दा उठा। विधायक भावना बोहरा ने अब तक कार्रवाई नहीं करने का कारण पूछा। भावना बोहरा ने कहा कि शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर एक महिला प्रोफेसर ने सेक्सुअल हरासमेंट का आरोप लगाया था। विशाखा कमेटी ने जांच शुरू की तो मामले की जांच समिति में शामिल सरोज परहते को हटा दिया गया। जांच में डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी दोषी पाया गया, फिर भी उनका प्रमोशन किया गया। भावना ने दोनों विषयों को लेकर कारण पूछा और कार्रवाई की मांग की है। इस पर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि घटना दुर्भाग्यजनक है, सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्देश दिया है। हम 3 दिनों के भीतर इस मामले में कर्रवाई करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी महिला प्रोफेसर के साथ अश्लील गाली गलौज करने का आरोप लगा था।

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पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का मुद्दा भी गूंजा

CG Assembly Budget Session: प्रश्नकाल के दौरान पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का मुद्दा भी गूंजा। खल्लारी से कांग्रेस विधायक द्वारिकाधीश यादव ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिस तरह की गड़बड़ी राजनांदगांव और बिलासपुर में सामने आयी है, वो बिना पुलिस अधिकारियों के संलिप्तता के संभव नहीं है। उन्होंने दोषी पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की। जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 2 स्थानों में गड़बड़ी की शिकायत मिली है, बाकी जिलों में कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव में पुलिस अफसरों ने गड़बड़ी पाने के बाद परीक्षा निरस्त कर दिया। मामले में पांच सदस्यीय टीम बनाकर जांच की जा रही है। गृहमंत्री ने बताया कि 95 हजार वीडियो देखकर मामले की जांच की जा रही है। गृहमंत्री ने कहा कि गड़बड़ी पुलिसकर्मियों की तरफ से की गई है, इसे लेकर कार्रवाई भी की गई है। इस जवाब पर विधायक द्वारिकाधीश यादव ने पूछा कि क्या आरक्षक ही पुलिस भर्ती कर रहे? ये कैसा सिस्टम बना है? जहां कांस्टेबल के जिम्मे भर्ती छोड़ दी गयी है। पुलिस भर्ती में गड़बड़ी के लिए बड़े अफसर जिम्मेदार हैं, इसलिए इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन के समय जो भर्ती नहीं हो सकी, वो हमारी सरकार ने किया है। जहां गड़बड़ी सामने आई वहां हमारी सरकार ने कार्रवाई की है। पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी सामने आते ही रद्द किया गया है। जो पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का जिम्मेदार होगा वह जेल जाएगा।

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एसपी करेंगे भृत्य योगेंद्र पटेल की मौत की जांच

प्रश्नकाल के दौरान नारायणपुर के भृत्य योगेंद्र पटेल की संदिग्ध मौत का मामला भी गूंजा। विधायक लता उसेंडी ने इस मामले को उठाते हुए साजिश की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि मौत के बाद बिना पीएम के गृह ग्राम ले जाया गया। कड़े विरोध के बाद नारायणपुर में किया गया पोस्टमार्टम किया गया। दोषी अधिकारी के खिलाफ जांच होना चाहिए। इस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने एसपी से मामले की जांच कराने की घोषणा की।


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