शह मात The Big Debate: कितनी बार दिनदहाड़े.. गौमाता के कितने हत्यारे? छत्तीसगढ़ में फिर गरमाई सियासत, गौमांस के कारोबारियों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?

कितनी बार दिनदहाड़े.. गौमाता के कितने हत्यारे? racket of slaughtering cattle and selling their meat is operating in the state

शह मात The Big Debate: कितनी बार दिनदहाड़े.. गौमाता के कितने हत्यारे? छत्तीसगढ़ में फिर गरमाई सियासत, गौमांस के कारोबारियों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?
Modified Date: November 15, 2025 / 12:23 am IST
Published Date: November 15, 2025 12:08 am IST

भाटापाराः CG News क्या प्रदेश में गौवंश की हत्या कर उसका मांस बेचने का कोई रैकेट काम कर रहा है? क्या कुछ लोग हैं जो साजिशन गाय या बछड़े को हलाल कर उसका मांस बेचते हैं? अगर ऐसा है तो उन पर लगाम कसने की दिशा में क्या कोई प्रयास हो रहे हैं ? प्रदेश के बलौदाबाजार जिले के भाटापारा में घटी एक घटना ने ये सारे सवाल सामने ला दिये हैं। प्रशासन के सामने वहां हालात चैलेंजिंग बने हुए हैं, इस संवेदनशील मसले पर सियायी रोटियां सेंकने के आरोप भी लग रहे हैं।

CG News  छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के भाटापारा में एक व्यक्ति पर ने गाय के जीवित बछड़े को काटने की कोशिश का आरोप है। घटना के 10 घंटे में ही आरोपी इमरान कुरैशी को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी के मुताबिक उसने नशे में ये क्रूर हरकत की है। हालांकि हिंदू संगठन इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने जानबूझकर बछड़े को हलाल करने की कोशिश की। हिंदू संगठन की मांग है कि इसके अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर सभी मुख्य आरोपी का शहर में जुलूस निकाला जाए। शहर का मुस्लिम समाज भी मांग के साथ है। स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन कंट्रोल में है।

इधर विपक्ष ने इस घटना के लिए सीधे-सीधे प्रदेश सरकार को जिम्मेदार बताया। PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि ये केवल बीजेपी सरकार में ही हो सकता है। 5 लाख से अधिक मवेशी गायब हैं। ढाई से तीन हजार गौवंश एक्सीडेंट में मारा गए, सरकार गोवंश की रक्षा नहीं कर पा रही। अब नौटंकी कर रही है। वहीं सत्ता पक्ष का दावा है, मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।भाटापारा में हिंदू संगठनों का आरोप है कि एक वर्ग के कुछ लोग जानबूझकर गौवंश की हत्या कर उसका मांस बेचते हैं, इसे रोकने के लिए मांस बेचने वाली हर दुकान पर सतत चैकिंग होनी चाहिए। सवाल ये है कि क्या वाकई इलाके में गौवंश की हत्या का रैकेट काम कर रहा है? क्या ये किसी साजिश का हिस्सा है? या फिर घटना पर सियासी रोटी सेंकने का प्रयास है?

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।