Reported By: Rajesh Raj
, Modified Date: August 15, 2024 / 12:00 AM IST, Published Date : August 15, 2024/12:00 am ISTरायपुर: Grand Vision Gurcharan Singh Hora fraud ग्रैंड विजन केबल नेटवर्क के संचालक गुरुचरण सिंह होरा की धांधली अपने आप में रिकार्ड तोड़ सकती है। जितने बड़े पैमाने पर इसकी धांधली उजागर हो रही है, उससे पूरा का पूरा महकमा हैरत में हैं। बिजली विभाग के सर्कल एक और सर्कल 2 में इसकी करीब 8 करोड़ रुपये की धांधली पहले ही उजागर हो चुकी है। अब रायपुर ग्रामीण सर्कल में इसकी धांधली का भांडा फूटा है। यहां भी इसकी धांधली हद पार कर रही है। बिना कोई सूचना दिए, बिना कोई एग्रीमेंट किए, बिना एक फूटी कौड़ी दिए, विभाग के हजारों बिजली खंभों का अवैध इस्तेमाल किया जा रहा है।
Grand Vision Gurcharan Singh Hora fraud ना सिस्टम की परवाह, ना कानून का खौफ, हर कदम पर खुल रही है, ग्रांड धांधली की पोल । रायपुर समेत पूरे प्रदेश में केबल नेटवर्क चलाने वाले ग्रांड विजन के संचालक गुरुचरण होरा की धाँधली छत्तीसगढ के इतिहास में एक नया रिकार्ड रच सकता है। क्योंकि, जिस तरफ हाथ रखेंगे, वहीं उसकी धांधली करतूत फाइलों से निकलकर सामने आ जाएगी। प्रदेश के इतिहास में सरकारी खजाने को इतने खुलेआम और बड़े पैमाने पर लूटने का मामला भी शायद ही कोई होगा, जैसा गुरुचरण होरा के कारनामों के खुलासे के बाद सामने आ रहा हैं।
ग्रैंड विजन केबल नेटवर्क को पूरे प्रदेश में फैलाने के लिए इसने बिजली विभाग समेत दूसरे सरकारी विभागों की संपत्तियों का जमकर इस्तेमाल किया, लेकिन अधिकांश जगहों पर सरकारी खजाने में फूटी कौड़ी जमा नहीं कराई। बिजली विभाग के रायपुर शहर के सर्कल एक और सर्कल दो में इसकी करीब 8 करोड़ रुपये टैक्स चोरी की धांधली उजागर होने के बाद, सीएसईबी के रायपुर ग्रामीण सर्कल में भी बहुत बड़े घोटालों का भंडाफोड़ हो गया है।
सीएसईबी के ग्रामीण सर्कल में तिल्दा, धरसींवा, बरौंदा, सारागांव, नवा रायपुर, राजिम, अभनपुर, आरंग से लेकर धमतरी तक का इलाका आता है। ग्रांड विजन संचालक गुरुचरण सिंह होरा इन क्षेत्रों में करीब एक दशक से अपना केबल नेटवर्क चला रहा है। इसके लिए विद्युत विभाग के बिजली खंभों का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन एक पैसे का शुल्क सीएसईबी को नहीं दे रहा है। यहां तक कि ग्रैंड विजन ने सीएसईबी के ग्रामीण सर्कल मुख्यालय में कोई आवेदन तक नहीं किया है।
ग्रैंड विजन के इस करतूत की जमीनी हकीकत बताती कई तस्वीर सामने आ चुकी हैं। ग्रैंड विजन की धांधली सीएसईबी के रायपुर ग्रामीण सर्कल के एक छोर से लेकर दूसरी छोर तक फैली है। अमूमन हर जगह इसका केबल नेटवर्क चल रहा है, लेकिन कहीं भी बिजली खंभों के इस्तेमाल के लिए ना कोई पैसा दे रहा है और ना ही विभाग के साथ कोई एग्रीमेंट कराया है। 10 से 12 सालों के इस गोरखधंधे की रिकवरी ही करीब 10 करोड़ रुपये के पार चली जाएगी।
रायपुर ग्रामीण सर्कल के आखिरी छोर पर धमतरी जिला आता है। यहां भी, धमतरी शहर से लेकर उसके आउटर के ग्रामीण क्षेत्र जैसे, शंकरदाह, अर्जुनी, रत्नाबांधा, रुद्री, कोडियारी जैसे क्षेत्रों में ग्रैंड विजन का नेटवर्क सालों से चल रहा है। ग्रैंड विजन ग्रुप की मनमानी और उसकी धांधली को देखकर ऐसा लगता है जैसे उसे किसी भी बात का डर नहीं रह गया था। उसे ना तो नियमों की परवाह थी और ना ही कानूनों की धज्जियां उड़ाने का कोई खौफ। सवाल ये भी है कि आखिर एक दशक से भी उपर से, इसकी ये मनमानी चली कैसे?
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