Raipur News: रायपुर में पब्जी गेम खेल रहे युवक पर गिरी आकाशीय बिजली, हाथ में ही मोबाइल फटने से मौत
Raipur News: बताया जा रहा है युवक उस दौरान अपने हाथ में मोबाइल लेकर पब्जी गेम खेल रहा था। तभी अचानक बिजली उसके हाथ में ही गिर गई और हाथ में ही मोबाइल फट गया जिससे युवक की मौत हो गई।
Odisha Road Accident| Photo Credit: IBC24 File Photo
- - बिजली गिरने से हाथ में ही फटा मोबाइल, मौत
- - यूपी के गोरखपुर का रहने वाला था मृतक
- - भावना नगर के निर्माणाधीन मकान में करता था काम
रायपुर: Raipur News, राजधानी रायपुर से एक दर्दनाक घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। दरअसल, रायपुर के खम्हारडीह थाना इलाके में एक युवक की बिजली गिरने मौके पर ही मौत हो गई है। बताया जा रहा है युवक उस दौरान अपने हाथ में मोबाइल लेकर पब्जी गेम खेल रहा था। तभी अचानक बिजली उसके हाथ में ही गिर गई और हाथ में ही मोबाइल फट गया जिससे युवक की मौत हो गई।
Raipur News: मिली जानकारी के अनुसार युवक भावना नगर में एक निर्माणाधीन मकान में मजदूरी का काम कर रहा था। जो कि उत्तरप्रदेश के गोरखपुर का रहने वाला था, युवक का नाम सन्नी कुमार बरसेनी बताया गया है। वह निर्माणाधीन मकान के छत पर पब्जी खेल रहा था। तभी हाथ में रखे मोबाइल पर ही बिजली गिर गई, जिससे मोबाइल भी फट गया और युवक की मौके पर मौत हो गई। फिलहाल पुलिस को मामले की सूचना दी गई है, पुलिस आगे की जांच में जुटी है।
बतौली में दो किसानों समेत 10 मवेशियों की मौत
इसके पहले भी छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिला है। चार दिन पहले बतौली क्षेत्र में 10 दिनों के भीतर बिजली गिरने की अलग-अलग घटना में दो ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। वहीं अब तक 10 से अधिक मवेशियों की भी जान जा चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार रविवार को तेज बारिश और गरज-चमक के दौरान 60 वर्षीय नानसाय मझवार की बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। वह ग्राम तराईडांड गोविंदपुर के पास स्थित चिचला मझवार क्षेत्र में भैंस चरा रहे थे। इसी दौरान एक बैल और तीन बछड़ों की भी मौत हो गई।
इससे पहले भी क्षेत्र में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो चुकी है। बतौली के पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गिरने से अब तक 10 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है। मवेशियों की मौत से किसान संकट में आ गए हैं। उनकी खेती प्रभावित हो गई है। किसानों का कहना है कि बारिश के समय खेती का कार्य जोरों पर होता है और इस दौरान बैलों की मृत्यु से खेतों में जोताई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।

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