Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुर: paddy msp in chhattisgarh केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर देश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की है। मोदी कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कैबिनेट में कुछ बेहद अहम फैसले लिए गए हैं। इनमें से एक ये कि कैबिनेट ने खरीफ सीजन के लिए 14 फसलों के लिए MSP को मंजूरी दे दी।
paddy msp in chhattisgarh केंद्रीय मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसानों के कल्याण के लिए कई निर्णयों के माध्यम से परिवर्तन के साथ निरंतरता पर केंद्रित है।” उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन शुरू हो रहा है, किसानों को प्राथमिकता देते हुए 14 फसलों पर एमएसपी कैबिनेट ने अप्रूव किया है। एमएसपी कम से कम 1.5 गुना होनी चाहिए। धान का नया एमएसपी 2300 रुपए किया गया है जिसमें 117 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। 2013-14 के दाम 1310 रुपए थे।
धान का समर्थन मूल्य बढ़ने के बाद बात करें छत्तीसगढ़ के किसानों की तो यहां अब ये सवाल पूछा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को अब धान का प्रति क्विंटल कितने रुपए का भुगतान किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में धान का रेट कितना है? छत्तीसगढ़ में धान का बोनस कितना मिलता है? इन सब सवालों का जवाब खुद प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने दिया है।
मोदी सरकार के इस फैसले को लेकर छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को धान का दाम ₹3100 ही मिलेगा। हमने धान का दाम ₹3100 देने का वादा किया था। MSP बढ़ने से राज्य सरकार पर बोझ कम पड़ेगा। हमनें MSP से अतिरिक्त बोनस के तौर पर 917 रुपए प्रति क्विंटल धान का दाम दिया।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम के इस बयान के बाद अब बात करें किसानों को धान के फसल के लिए मिलने वाले बोनस की जो समर्थन मूल्य के अतिरिक्त दिया जाता है तो यहां पहले बोनस के तौर पर 917 रुपए का भुगतान किया जाता था। वहीं, अब 117 रुपए MSP बढ़ाए जाने के बाद भी 3100 रुपए की दर से भुगतान किया जाएगा तो बोनस की रकम कम हो जाएगी। ऐसे में किसानों को अब 800 रुपए की दर से बोनस का भुगतान किया जाएगा।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कपास एमएसपी 7121 रूपए। 501 रूपए की बढ़ोतरी हुई है। 2013-14 में 3700 रुपए थे। रागी – 4290, मक्का – 2225 रूपए, मूंग -8682, तूर – 7550, उरद – 7400 मूंगफली का तेल – 6783 रुपये। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दो लाख गोडाउन बनाने का काम देश भर में चल रहा है। पहली दो टर्म में इकॉनोमी का बेस बना है। अब उसपर ग्रोथ अच्छा बना है। किसानों पर फोकस है।