Vidya Samiksha Kendra in Raipur: प्रदेश में पढ़ने वाले बच्चों पर रहेगी अब शासन की सीधी नजर, स्थापित किया गया विद्या समीक्षा केंद्र
Vidya Samiksha Kendra in Raipur: प्रदेश में पढ़ने वाले बच्चों पर रहेगी अब शासन की सीधी नजर, स्थापित किया गया विद्या समीक्षा केंद्र
Vidya Samiksha Kendra in Raipur
Vidya Samiksha Kendra in Raipur: रायपुर। स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य में एक और बड़ी पहल की गई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में पढ़ने वाले बच्चों पर अब शासन की सीधी नजर रहेगी। इसके लिए राजधानी रायपुर में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित किया गया है। साय सरकार की इस पहल के माध्यम से स्कूलों के साथ उनमें पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे के प्रदर्शन पर भी अब सीधी नजर रखी जाएगी। बता दें कि सॉफ्टवेयर एवं मोबाइल एप्प का विकास तथा कॉल सेंटर के माध्यम से मॉनिटरिंग आई.आई.टी. भिलाई के सहयोग से किया जा रहा है।
Read More: CG Raigarh Rape Case: रायगढ़ अनाचार घटना की जांच करेगी कांग्रेस.. बनाई 5 सदस्यों की इन्वेस्टिगेशन टीम, ये महिला विधायक शामिल..
विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना
स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं की ऑनलाईन मॉनिटरिंग एवं आंकड़ों के विश्लेषण करने के लिए रायपुर स्थित पेंशन बाड़ा में विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना की गई है। इस केन्द्र के माध्यम से शासन की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू एवं मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी। स्कूल और उनमें पढ़ने वाले एक-एक बच्चों के प्रदर्शन का रीयल टाइम ब्यौरा मुहैया कराएगा।विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना से शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं से संबंधित जानकारी एवं सुविधाओं को विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों तक आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।
Read More: Bhilai Road Accident Live Video: भिलाई में दर्दनाक सड़क हादसा.. डिवाइडर से टकराई एक्टिवा फिर शख्स को कार ने रौंदा, मौत.. यहां देखे CCTV फुटेज
ऑनलाइन मानिटरिंग की जाएगी
शालाओं में मूलभूत संरचनाओं की उपलब्धता, मरम्मत, उपयोगिता आदि की सतत् मॉनिटरिंग की जायेगी ताकि विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए उचित एवं पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो सके तथा बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके। इसके द्वारा शिक्षकों की पदस्थापना से सबंधित जानकारियों की भी मॉनिटरिंग की जा रही है। विद्या समीक्षा केन्द्र के अंतर्गत शिक्षकों का विवरण, यूडाइस डाटा, मध्यान्ह भोजन, शिक्षक प्रशिक्षण से सबंधित मॉनिटरिंग, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति, अधिकारियों के द्वारा शालाओं का निरीक्षण, विद्यार्थियों का मूल्यांकन आदि तथा केन्द्र सरकार से सबद्ध शैक्षिक योजनाओं की नियमित ऑनलाइन मानिटरिंग की जायेगी।
Read More: Google Safe Search Settings: गूगल पर बच्चें कभी सर्च नहीं कर सकेंगे गंदे फोटो और वीडियो, आज ही कर लें ये सेटिंग
मॉनिटरिंग के लिए साफ्टवेयर एवं ऐप भी तैयार
योजनाओं की मॉनिटरिंग हेतु साफ्टवेयर एवं ऐप भी तैयार किया जा रहे हैं। योजनाओं की मॉनिटरिंग हेतु काल सेंटर स्थापित किया गया है। विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों की शैक्षिक गतिविधियों से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिये एक टोल-फ्री नम्बर भी जारी किया जायेगा। स्कूल में मूलभूत सुविधाएं जैसे शाला भवन, शौचालय, विद्युत् व्यवस्था आदि उपलब्ध है अथवा नहीं है, के सबंध में एआई आधारित माड्यूल के उपयोग से जानकारी प्राप्त की जा रही है। प्राप्त जानकारियों की सूची के साथ की सहायता से स्कूलों का चिन्हांकन भी किया जा रहा है।
Read More: CG-MP Weather Update : छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश और झारखंड समेत इन राज्यों में तांडव मचाएगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
एआई से मिलेगी मध्यान्ह भोजन की जानकारी
एआई के उपयोग से ही बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन की जानकारी प्राप्त की जा रही है। एआई के माध्यम से ही मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत बच्चों को परोसी जानी वाली सामग्रियों की गुणवत्ता का विश्लेषण किया जायेगा जिससे बच्चों को पर्याप्त मात्रा में भोजन मिल रहा है कि नहीं इसकी जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी। एआई के उपयोग से शिक्षकों के डाटा के विश्लेषण की सुविधा भी विद्या समीक्षा केन्द्र के अंतर्गत तैयार की गई है। विषयवार शिक्षकों की जानकारी, अतिशेष शिक्षकों की जानकारी, एकल शिक्षकों की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी।
Read More: Lathicharge on Bharat Band Supporters : भारत बंद कराने निकले तो पुलिस ने की जमकर कुटाई.. दौड़ा-दौड़ा कर बरसाई लाठियां, देखें Video
भविष्य में एआई के उपयोग से विद्यार्थियों के अकादमिक आंकलन/मूल्यांकन का विश्लेषण किया जायेगा जिससे कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष फोकस किया जा सकेगा। शाला में उपलब्ध सुविधाएँ, शिक्षकों की जानकारी तथा विद्यार्थियों के अकादमिक गतिविधियों के आंकड़े के आधार पर एआई आधारित विश्लेषण किया जायेगा। प्राप्त जानकारी एवं विभिन्न पैरामीटर के आधार पर शालाओं की रैंकिंग की जाएगी।बता दें कि कि एन.सी.ई.आर.टी. के द्वारा 12-13 अगस्त 2024 को नई दिल्ली में विद्या समीक्षा केंद्र के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के नोडल आफिसर शामिल हुये थे।
Read More: Bulletproof Toyota Fortuner Features: इस SUV को गोली और बम से नहीं पड़ेगा असर! कंपनी ने बनाया बुलेटप्रूफ वर्जन, यहां देखें फीचर्स
उक्त कार्यशाला में विद्या समीक्षा केंद्र छत्तीसगढ़ द्वारा विकसित एआई-मॉड्यूल की जीवंत प्रस्तुतीकरण किया गया जिसकी भारत शासन, शिक्षा मंत्रालय द्वारा सराहना की गई। छत्तीसगढ़ के एआई-मॉड्यूल को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष कार्य करने तथा अन्य राज्यों के साथ साझा करने के सम्बन्ध में भारत शासन से ई-मेल प्राप्त हुआ है। शीघ्र ही एआई-मॉड्यूल को विकसित रूप भारत शासन, शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।

Facebook



