नव निर्वाचित पार्षद की जाति प्रमाण पर उठे सवाल, हारे हुए उम्मीदवार ने कहा- फर्जी दस्तावेज के आधार पर बनाए प्रमाण पत्र

नव निर्वाचित पार्षद की जाति प्रमाण पर उठे सवाल, हारे हुए उम्मीदवार ने कहा- फर्जी दस्तावेज के आधार पर बनाए प्रमाण पत्र

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  • Publish Date - January 1, 2020 / 02:10 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

महासमुंद: नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम आने के बाद सभी राजनीतिक दल शहर सरकार बनाने की कवायद में जुटे हुए हैं। लेकिन उम्मीदवारों के बीच अभी भी जंग जारी है। ऐसा ही मामला महासमुंद में देखा गया। महासमुंद नगर पालिका के वार्ड नं 11 से हारे प्रत्याशी ने जीते हुए प्रत्याशी की जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठाए हैं। मामले को लेकर हारे हुए उम्मीदवार ने तहसीलदार , एसडीएम सहित जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

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शिकायतकर्ता अरविंद प्रहरे ने जीते हुए प्रत्याशी जगतराम महानंद की जाति प्रमाण पत्र पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि गतराम महानंद ने असत्य आधारों पर अस्थायी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर प्रस्तुत किया है। लिहाजा इनका जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया जाए। इस संबंध में अरविंद प्रहरे ने निर्वाचन आयोग सहित सक्षम अधिकारियों से शिकायत की है।

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शिकायतकर्ता ने प्रेसवार्ता कर बताया कि आवेदक जगतराम ने 5 दिसबंर को तहसीलदार के पास जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन में मिसल के साथ वंशावली का मिलान नहीं होने के कारण 8 दिसबंर को आवेदक को निराकरण के लिए बुलाया गया था। लेकिन जगतराम ने दिसंबर को ही अपना जाति प्रमाण पत्र नामांकन में संलग्न किया था। अब इस मामले को लेकर महासमुंद की सियासत गरमा गई है, वहीं तहसीलदार कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आ रहे हैं।

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