किसानों को चिंता करने जरूरत नहीं, बारिश से धान को बचाने खरीदी केंद्रों में पर्याप्त ताल पतरी की व्यवस्था, कल भी बेच सकेंगे धान

किसानों को चिंता करने जरूरत नहीं, बारिश से धान को बचाने खरीदी केंद्रों में पर्याप्त ताल पतरी की व्यवस्था, कल भी बेच सकेंगे धान

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  • Publish Date - December 16, 2019 / 09:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में बदले मौसम के मिजाज ने किसानों को चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में अचानक हुई बारिश से किसानों को फसल खराब होने की चिंता सता रही तो वहीं, धान बेचने मंडी पहुंचे किसानों को धान खराब होने का डर है। धान बेचने के लिए खरीदी केंद्रों तक पहुंचे किसानों को राहत भरी सूचना दी है। सरकार ने बारिश से धान को बचाने के लिए ताल पतरी की व्यवस्था की व्यवस्था की है ताकि किसानों के धान को सुरक्षित रखा जा सके। वहीं, जो किसान बारिश के चलते अपना धान नहीं बेच पाए हैं उन्हें भी सरकार ने अगले दिन धान बेचने की सुविधा प्रदान की है।

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खाद्य विभाग के सचिव डाॅ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि राज्य में अब तक 13.93 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। धान खरीदी के साथ-साथ पंजीकृत मिलरों द्वारा धान का उठाव निरंतर किया जा रहा है और नान में चावल भी जमा किया जा रहा है।

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उन्होंने बताया कि शासन द्वारा पंजीकृत किसानों की धान निर्धारित पात्रका अनुसार खरीदी की समुचित व्यवस्था की गई है। किसान अपना धान खरीदी केन्द्रों में लाकर विक्रय कर रहे हैं।

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