रायपुर । छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग ने सात साल बाद पुलिस की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए पीड़ित अनवर को 25 हजार रुपये की क्षतिपूर्ति दिये जाने की अनुशंसा शासन से की है। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सभा में भाषण को सफेद झूठ बताने पर पुलिस के पीटे जाने वाले मामले में अनवर हुसैन को सात साल बाद न्याय मिला है।
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मानव अधिकार आयोग के संयुक्त सचिव की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मौदहापारा निवासी अनवर हुसैन 7 अक्टूबर 2012 को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में आयोजित कृषि मेले के उद्घाटन समारोह में गया था। उद्घाटन समारोह में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन का भाषण चल रहा था तो अनवर हुसैन ने डॉ. रमन सिंह के वक्तव्य को सफेद झूठ कहकर विरोध किया जिसके बाद सभा में मौजूद पुलिस अनवर को सभास्थल से तेलीबांधा थाने ले आई थी । तत्कालीन टीआई आरके दुबे और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की थी ।पीड़ित को इस कृत्य के लिए जेल भी जाना पड़ा था। 9 अक्टूबर 2012 को उसकी रिहाई हुई थी । पीड़ित के पक्ष में राज्य वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग में इसकी शिकायत की थी।