शिव’राज’ में तालाब और कुओं के नाम पर करोड़ों का वारा न्यारा, जांच की तैयारी में सरकार, जानिए

शिव'राज' में तालाब और कुओं के नाम पर करोड़ों का वारा न्यारा, जांच की तैयारी में सरकार, जानिए

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  • Publish Date - November 20, 2019 / 03:21 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

भोपाल: सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा सरकार के एक से एक कारनामे और घोटाले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई तालाब और कुओं के निर्माण को लेकर वर्तमान कमलनाथ सरकार जांच करवाने की तैयारी कर रही है। सरकार को आशंका है कि इस योजना के तहत आदिवासी और पिछड़े इलाकों में तालाब और कुआं निर्मार्ण के नाम पर मोटी रकम का गबन हुआ है। सरकार ने इस मामले की जांच के लिए स्क्रूटनी शुरू कर दी है।

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मिली जानकारी के अनुसार शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने वर्ष 2013 से 2016 के बीच राज्य की बजट का एक बड़ा हिस्सा आदिवासी और पिछड़े इलाके में तालाब खुदाई और पुराने कुओं की मरम्मत के नाम पर खर्च किया। लेकिन, न तो तालाबों की खुदाई हुई और न ही कुओं का निर्माण किया गया, सिर्फ कागजों में काम दिखाकर पैसे हजम कर गए।

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ज्ञात हो कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान इस कार्य को लेकर बड़वानी जिले से शिकायतें आई थी, इसके बाद सरकार ने जांच कराई थी। लेकिन जांच सिंर्फ बड़वानी जिले तक ही सीमित रखा गया। जांच रिपोर्ट को दबा दिया गया था। ऐसे सभी मामले अब सामने लाए जा सकते हैं। इन मामलों में खर्च की उपयोगिता को लेकर पूर्व सरकार ने ऑडिट आपत्तियों को भी दरकिनार कर दिया था। अब कमलनाथ सरकार के समय ये ऑडिट आपत्तियां उठी, तो इस ओर ध्यान गया है। इसमें अधिकतर जिलों से कामों के उपयोगिता प्रमाण-पत्र नहीं मिल पाए। इसके बाद इन मामलों को लेकर स्क्रूटनी की तैयारी है।

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