प्रसाद योजना के तहत विकास के लिए 27 नए स्थलों की पहचान की गई : सरकार
प्रसाद योजना के तहत विकास के लिए 27 नए स्थलों की पहचान की गई : सरकार
नयी दिल्ली, पांच फरवरी (भाषा) सरकार ने सोमवार को कहा कि केंद्र की प्रसाद योजना के तहत विकास के लिए 27 नए स्थलों की पहचान की गई है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए बताया कि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत विकास के लिए 57 गंतव्यों की पहचान भी की गई है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने धार्मिक स्थलों सहित पर्यटन स्थलों पर बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 2014-15 में ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान’ (प्रसाद) और स्वदेश दर्शन योजनाएं शुरू कीं।
उन्होंने बताया कि प्रसाद योजना का प्राथमिक उद्देश्य तीर्थयात्रा और विरासत स्थलों पर पर्यटन बुनियादी ढांचे का विकास करना है, ताकि श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को अधिक समृद्ध अनुभव मिल सके।
रेड्डी ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना का उद्देश्य थीम-आधारित पर्यटक परिपथ विकसित करना है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन को स्वदेश दर्शन 2.0 के रूप में नया रूप दिया है ताकि अब पर्यटन और गंतव्य-केंद्रित दृष्टिकोण के आधार पर पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा सके।
रेड्डी ने कहा कि प्रसाद और स्वदेश दर्शन योजनाओं के तहत 1,631.93 करोड़ रुपये की लागत से कुल 46 परियोजनाएं और 5,294.11 करोड़ रुपये की लागत से 76 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, मंत्री ने पिछले कुछ वर्षों में गोवा में विदेशी पर्यटकों के आगमन संबंधी आंकड़ा साझा किया।
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से नवंबर 2023 के दौरान 4.03 लाख विदेशी पर्यटक गोवा आए। विदेशी पर्यटकों के आगमन का आंकड़ा 2018 में 9.34 लाख और 2022 में 1.75 लाख रहा।
भाषा मनीषा माधव
माधव

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