देश में ​इस जगह 3 हजार टन सोना दबे होने की संभावना, सर्वे में मिली बड़ी जानकारी

देश में ​इस जगह 3 हजार टन सोना दबे होने की संभावना, सर्वे में मिली बड़ी जानकारी

देश में ​इस जगह 3 हजार टन सोना दबे होने की संभावना, सर्वे में मिली बड़ी जानकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: February 21, 2020 11:12 am IST

सोनभद्र। एक सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की पहाड़ियों में तीन हजार टन सोना दबे होने की जानकारी सामने आई है। पिछले कई सालों से खनिज तत्वों की खोज में स्वर्ण पत्थर के साथ लोहा सहित कई खनिज संपदा के मिलने की अटकलों के बीच जमीन के भीतर छिपे विशाल खजाने की अनुमानित शक्ल सामने आ गई है।

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यूपी सरकार के खजाने में जमीन के भीतर से भारी राजस्व की राह खुल गई है। सोने की मौजूदा कीमत के हिसाब से इतने सोने का मूल्य करीब 12 लाख करोड़ रुपये का है। सोनभद्र की पहाड़ी में लगभग तीन हजार टन सोना दबा है। भू-भौतिकीय सर्वे के दौरान सोनांचल की पहाड़ी में सोने के साथ लोहा सहित भारी मात्रा में दूसरे खनिज भी दबे हैं।

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जिले के कई भू-भागों में हेलिकॉप्टर से भू-भौतिकीय सर्वे जारी है। इस सर्वेक्षण में विद्युती चुम्बकीय एवं स्पेक्ट्रोमीटर उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। इन उपकरणों का कुछ भाग हेलिकॉप्टर के नीचे लटका रहता है जो कि जमीन की सतह से 60-80 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए सर्वेक्षण करता है। सोनभद्र डीएम एन. राजलिंगम ने कहा इन हेलिकॉप्टर में कुछ उपकरण नीचे लटके रहते हैं, उन्हें देखकर लोग न चिंता करें, न भय।

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सोनभद्र के सोन पहाड़ी में सबसे ज्यादा 2943.26 टन और जिले के हल्दी ब्लॉक में 646.15 किलो अनुमानित सोना मिला है। सोनभद्र के भू-भाग में यूरेनियम वर्ग के अन्य खनिज तत्वों का भी पता चला है। जिले के छिपिया ब्लॉक में सिलेमिनाइट की दस मीलियन टन की अनुमानित मात्रा छिपी है। इसी तरह जिले के पुलवर, सलईडीह ब्लॉक के कुछ भागों में इस सर्वे के दौरान एंडालुसाइट अब तक पाया गया है। इनकी अनुमानित मात्रा सौ मीलियन टन है। जिले के कुरछा तथा बरवाडीह ब्लॉक में जमीन के अंदर लगभग दस मीलियन टन पोटाश छिपा है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com