नन्हीं सी जान को घर में अकेला छोड़कर काम पर जाने वाले जोड़ों के लिए ये दुखद ख़बर आंखें खोलने वाली है। ये दर्दनाक ख़बर अपने आप में एक सबक भी है कि सतर्कता हटी-दुर्घटना घटी जैसी चेतावनी को नज़रंदाज करने का नतीजा कितना घातक हो सकता है। हम जो ख़बर आपको बताने जा रहे हैं, उसे पढ़कर आपका दिल दहल जाएगा।
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खबर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के इंदिरापुरम की है। दिल्ली से सटे और गाज़ियाबाद जिले के तहत आने वाले इंदिरापुरम स्थित जयपुरिया सनराइज ग्रीन्स सोसायटी में दसवीं मंजिल पर मनीष रहते हैं। उनकी पत्नी नेहा ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। इस दंपति की दो बेटियां हैं। सोमवार शाम को बड़ी बेटी ट्यूशन पढ़ने गई हुई थी, बताया जाता है कि जिस वक्त वो ट्यूशन जा रही थी, उसकी चार साल की छोटी बहन बेडरूम में सोई हुई थी। जब छोटी बच्ची की नींद खुली तो उसने खुद को घर में अकेला पाया, मन लगाने के लिए वो फ्लैट की बाल्कनी में चली गई। छोटी सी बच्ची को ऊंची इमारत की बाल्कनी से नीचे ठीक से नजर नहीं आया तो वो कुर्सी पर चढ़कर बाल्कनी की रेलिंग के सहारे नीचे देखने लगी। दुर्भाग्य से उसका संतुलन बिगड़ा और वो सीधे नीचे जा गिरी। बच्ची के नीचे गिरते ही हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग उसे फौरन अस्पताल लेकर भागे, लेकिन बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी।
Ghaziabad: A 4-year-old girl died last evening after she fell off the balcony on the 10th floor of a residential society’s building in Indirapuram.
— ANI UP (@ANINewsUP) February 20, 2018
बताया जाता है कि इतनी अधिक ऊंचाई से गिरने के कारण बच्ची के सिर पर गहरी चोट आई थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। हादसे की ख़बर मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
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बहुमंजिली इमारतों में रहने वाले लोगों के लिए कुछ बुनियादी सुरक्षा मानकों का ख्याल रखना जरूरी होता है, लेकिन अक्सर इसकी अनदेखी कर दी जाती है, जिसके कारण इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण हादसे सामने आते रहते हैं। जिन घरों में छोटे बच्चे हों, खासकर उनकी बाल्कनी या खिड़की में लोहे की मजबूत ग्रिल जरूर लगवानी चाहिए। इसके साथ ही बच्चों को खुली बाल्कनी या लिफ्ट में अकेले नहीं जाने को लेकर समझाना चाहिए। सबसे बड़ी बात ये है कि छोटे बच्चों को घर में अकेला छोड़ना हमेशा जोखिम भरा होता है, उनमें इतनी समझ विकसित नहीं हो पाती कि वो खुद को सुरक्षित रख सकें।
वेब डेस्क, IBC24