भाजपा विधायकों के एक धडे ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन में समान अवसर दिये जाने की मांग की

भाजपा विधायकों के एक धडे ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन में समान अवसर दिये जाने की मांग की

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  • Publish Date - February 21, 2021 / 11:46 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

जयपुर, 21 फरवरी (भाषा) राजस्थान में विपक्षी भाजपा विधायकों के एक धडे़ ने प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां को पत्र लिखकर विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने के लिये समय नहीं दिये जाने के कारण विधायकों में हो रही निराशा के बारे में अवगत कराते हुये सदन में बिना किसी पक्षपात के सभी सदस्यों को बोलने का समान अवसर दिये जाने की मांग की ।

विपक्षी भाजपा के एक वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘ कई वरिष्ठ विधायक हैं जिन्हें विश्वास में लिया जाना चाहिए और उन्हें विशेष मुद्दों पर बोलने का अवसर भी दिया जाना चाहिए लेकिन इस तरह का प्रबंधन नहीं हो रहा है।’’

उन्होंने बताया कि प्रतिपक्ष के नेता अथवा मुख्य सचेतक इस बात का निर्णय करता है कि सदन में मुद्दे पर किसे बोलना है। भाजपा विधायक दल ने अभी तक मुख्य सचेतक पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की है।

नेता ने कहा, ‘‘ इसलिये जो कुछ हो रहा है उसको लेकर वरिष्ठ विधायकों के बीच निराशा है और इस बारे में अध्यक्ष को पत्र लिखा गया है।’’

भाजपा के लगभग 20 विधायकों ने इस पत्र के जरिये अपनी भावना व्यक्त की है, जिसने पार्टी के भीतर राजनीतिक गुटबाजी को हवा दी है।

विधायकों ने कहा कि सदन में स्थगन प्रस्ताव के बावजूद उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है और यह अधिकार प्रतिपक्ष के नेता अथवा प्रतिपक्ष के उपनेता के साथ निहित है।

विधायकों ने कहा कि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष को प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड को सही व्यवस्था बनाने के लिये निर्देशित करना चाहिए ताकि विधायकों को जनहित के मामलों को उठाने में समान अवसर मिल सके।

गौरतलब है कि यह पत्र एक पखवाड़ा पहले लिखा गया था ।

भाषा कुंज रंजन

रंजन