एमएसपी पर कानून की मांग कर रहे किसानों के खिलाफ कार्रवाई असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा : गहलोत

एमएसपी पर कानून की मांग कर रहे किसानों के खिलाफ कार्रवाई असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा : गहलोत

एमएसपी पर कानून की मांग कर रहे किसानों के खिलाफ कार्रवाई असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा : गहलोत
Modified Date: February 13, 2024 / 10:19 pm IST
Published Date: February 13, 2024 10:19 pm IST

जयपुर, 13 फरवरी (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले दागना और पानी की बौछारें करना असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह किसानों के समर्थन में खड़ी है।

गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा ‘‘एक तरफ केन्द्र सरकार चौधरी चरण सिंह एवं एम.एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न देती है और दूसरी तरफ इन्हीं दो को आदर्श मानकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले दाग रही और पानी की बौछारें कर रही है। यह असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।’’

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उन्होंने पोस्ट में कहा ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वह खुद एमएसपी कानून की वकालत करते थे, लेकिन अब वह एमएसपी की मांग कर रहे किसानों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी नहीं करने देना चाहते हैं। यह किसानों के मुद्दों पर राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाता है।’’

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घोषणा की है कि केंद्र में सरकार बनी तो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक एमएसपी की गारंटी देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ यह कदम किसान परिवारों की समृद्धि के लिए बेहद जरूरी है।’’

भाषा कुंज खारी

खारी


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