घाटी में तापमान बढ़ने के कारण कश्मीर में परामर्श जारी किया गया

घाटी में तापमान बढ़ने के कारण कश्मीर में परामर्श जारी किया गया

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  • Publish Date - May 24, 2024 / 06:01 PM IST,
    Updated On - May 24, 2024 / 06:01 PM IST

श्रीनगर, 24 मई (भाषा) घाटी में तापमान बढ़ता जा रहा है और एक दिन पहले ही मई में 13 वर्षों का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। इसी बीच, कश्मीर में अधिकारियों ने बढ़ते तापमान को लेकर परामर्श जारी किया है।

मौसम कार्यालय ने अगले पांच दिनों में घाटी में लू चलने का पूर्वानुमान जताया है।

इसने कहा कि इस दौरान मौसम गर्म और शुष्क बना रहेगा और महीने के अंत तक अच्छी बारिश की संभावना कम है।

श्रीनगर में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 25 मई 2013 के समान था। इससे पहले 20 मई 2011 को श्रीनगर में अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

बृहस्पतिवार का अधिकतम तापमान सामान्य से 7.4 डिग्री अधिक था।

मौसम कार्यालय ने अगले पांच दिनों में घाटी में लू चलने का पूर्वानुमान जताया है।

इसने कहा कि इस दौरान मौसम गर्म और शुष्क बना रहेगा और महीने के अंत तक अच्छी बारिश की संभावना कम है।

मौसम कार्यालय ने कहा कि 28 मई तक मौसम सामान्य तौर पर शुष्क रहेगा और अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश की संभावना है।

इसने कहा कि 29-31 मई के दौरान आंशिक रूप से या सामान्य तौर पर बादल छाए रहने के आसार हैं और दोपहर के समय अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश/मेघगर्जन की संभावना है।

बढ़ते तापमान के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने परामर्श जारी कर लोगों को भीषण गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में सतर्क रहने को कहा।

परामर्श में सुझाव देते हुए कहा, ‘‘दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही आपको प्यास न लगे। कैफीनयुक्त पेय पदार्थों के सेवन से बचें। उच्च तापमान और आर्द्रता वाले वातावरण में काम करने वाले लोग ठंडे पानी का सेवन करें।’’

परामर्श में कहा गया है कि अगर कोई गर्म वातावरण में काम करता है तो वह ऐसे माहौल में काम करने की अवधि को कम करें और बीच-बीच में शरीर को आराम देना भी सुनिश्चित करें।

शरीर के तापमान को कम करने के लिए ठंडे पानी से स्नान करने का भी सुझाव दिया है।

परामर्श में लोगों से ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनने को कहा गया है।

इसमें कहा गया, ‘‘धूप से बचने के लिए टोपी, धूप का चश्मा और छतरी का इस्तेमाल करें।’’

विभाग ने बच्चों के लिए भी परामर्श जारी किया है।

इसमें कहा गया, ‘‘बच्चों को कभी भी बंद खड़ी कार में अकेला न छोड़ें, भले ही खिड़की के शीशे नीचे ही क्यों न हो। सुनिश्चित करें कि बच्चे छाया वाली जगह में ही खेलें और शरीर का तापमान कम करने के लिए कुछ देर आराम जरूर करें। बच्चों को सही कपड़े पहनाएं और नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाएं।’’

विभाग ने परिजनों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीने और ऐसे फल जिनमें भरपूर मात्रा में पानी होता है, के सेवन के लिए प्रोत्साहित करें।

बुजुर्गों के लिए परामर्श में विभाग ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वे ठंडे वातावरण में रहें।

सलाह में कहा गया है, ‘‘चक्कर आना, काफी पसीना आना या पसीना न आना जैसे लक्षणों को गंभीरता से लें और ऐसी स्थिति में नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सा सलाह लें।’’

भाषा खारी नरेश

नरेश