गुवाहाटी, 19 अप्रैल (भाषा) ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने शुक्रवार को असम की तीन लोकसभा सीट के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के उम्मीदवारों को नैतिक समर्थन देने की घोषणा की, जहां वह चुनाव नहीं लड़ रही है।
एआईयूडीएफ के संगठन महासचिव और विधायक अमीनुल इस्लाम ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी ने उन निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ ‘सबसे मजबूत धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक’ उम्मीदवारों का समर्थन करने का फैसला किया है, जहां उनकी पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
इस्लाम ने कहा, “बरपेटा में, कांग्रेस उम्मीदवार दीप बायन बहुत कमजोर प्रत्याशी हैं और उनका कोई प्रभाव नहीं है। इसलिए, हमने माकपा विधायक व उम्मीदवार मनोरंजन तालुकदार को अपना नैतिक समर्थन देने का फैसला किया है।”
सिलचर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह बराक घाटी में एक बहुत प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र है, लेकिन एआईयूडीएफ ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
इस्लाम ने कहा, “कांग्रेस लड़ रही है, लेकिन अब तक अपने पक्ष में कोई माहौल नहीं बना पाई है। दूसरी ओर, टीएमसी के राधेश्याम विश्वास एक अनुभवी, प्रमुख और मजबूत नेता हैं। वह एआईयूडीएफ के कार्यकारी अध्यक्ष थे। हालांकि, हमने उन्हें निष्कासित कर दिया था, हम अब उनका समर्थन कर रहे हैं।”
उन्होंने दावा किया कि दरांग-उदलगुरी में कांग्रेस और बीपीएफ दो भाजपा विरोधी पार्टियां हैं, लेकिन कांग्रेस के माधब राजबंगशी “कोई प्रभाव नहीं डाल पा रहे हैं’ और चर्चा में नहीं हैं।
इस्लाम ने कहा, “पिछले विधानसभा चुनावों में विपक्षी खेमे में हमारा साथी बीपीएफ अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इसके उम्मीदवार दुर्गादास बोरो एक बहुत मजबूत प्रत्याशी हैं। इसलिए, एआईयूडीएफ ने बीपीएफ उम्मीदवार को नैतिक समर्थन देने का फैसला किया है।”
गुवाहाटी और कोकराझार के बारे में उन्होंने कहा कि एआईयूडीएफ इंतजार कर रहा है और कुछ दिन के बाद निर्णय लेगा।
भाषा जोहेब दिलीप
दिलीप