डीसीडब्ल्यू कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर आतिशी व भारद्वाज ने उपराज्यपाल की आलोचना की

डीसीडब्ल्यू कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर आतिशी व भारद्वाज ने उपराज्यपाल की आलोचना की

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  • Publish Date - May 2, 2024 / 10:05 PM IST,
    Updated On - May 2, 2024 / 10:05 PM IST

नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) दिल्ली महिला आयोग (डब्ल्यूसीडी) में ‘अवैध रूप से’ नियुक्त संविदा कर्मचारियों की बर्खास्ती को लेकर दिल्ली के मंत्रियों आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना और भाजपा पर हमला बोला।

उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश में महिलाओं के लिए ‘सबसे बड़ा खतरा’ है।

उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग ने दिल्ली महिला आयोग में ‘‘अवैध रूप से’’ नियुक्त 52 संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई जून, 2017 में एक समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर की गई है।

आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘दिल्ली महिला आयोग के स्टाफ़ ने हजारों दुष्कर्म पीड़ितों, तेजाब हमला के पीड़ितों…की मदद की; अपनी हेल्पलाइन से लाखों महिलाओं को न्याय दिलवाया, उस स्टाफ को आयोग से बाहर निकालने का उपराज्यपाल का फ़रमान आया है।’’

उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ भाजपा की केंद्र सरकार बलात्कारियों को माला पहनाकर टिकट देती है, और पीड़ित, बेसहारा महिलाओं के हक़ के लिए लड़ने वाले आयोग को बर्बाद कर देती है। पूरा देश जान ले कि इस देश में महिलाओं के लिए सबसे बड़ा ख़तरा भाजपा ही है।’’

उनके कैबिनेट सहयोगी भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर दिल्ली सरकार के सभी अच्छे काम रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली के उपराज्यपाल साहब ने पिछले करीब 1.5 साल में दिल्ली में हज़ारों लोगों को बेरोज़गार किया है। इनका मक़सद है दिल्ली सरकार के सभी अच्छे कामों को रोकना। इन मजलूम लड़कियों को सशक्त करना तो सच्ची देशभक्ति है, मानवता है, परम धर्म है।’’

उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘पिछले साल जुलाई में क़रीब 400 फेलो, एडवाइज़र, कंसलटेंट, स्पेशलिस्ट, रिसर्च फेलो निकाल दिये थे। ये नौजवान सरकार में बड़ा योगदान दे रहे थे। इस तरह से चुनी हुई सरकार, विधायकों और मंत्रियों के काम को रोकने की साज़िश की गई।’’

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस घटनाक्रम के लिए पूरी आम आदमी पार्टी सरकार और विशेष रूप से डीसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की ‘असंवैधानिक कार्यप्रणाली’ जिम्मेदार है।

भाषा अविनाश माधव

माधव