वायुसेना के काफिले पर हमला दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं हुआ है : फारूक अब्दुल्ला

वायुसेना के काफिले पर हमला दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं हुआ है : फारूक अब्दुल्ला

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  • Publish Date - May 5, 2024 / 10:10 PM IST,
    Updated On - May 5, 2024 / 10:10 PM IST

श्रीनगर, पांच मई (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायु सेना के एक काफिले पर आतंकवादी हमले की रविवार को निंदा की और कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंक का खतरा अभी भी बरकरार है।

पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा सरकार के उस दावे की पोल खुल चुकी है कि अनुच्छेद 370 आतंकवाद के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने अपना रुख दोहराया कि केवल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत ही क्षेत्र में आतंकवाद के खतरे को समाप्त कर सकती है।

शनिवार शाम पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में हुए हमले में वायुसेना के पांच कर्मी घायल हो गए और उनमें से एक ने बाद में एक सैन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया।

यहां एक विशेष साक्षात्कार में ‘पीटीआई वीडियोज’ से बात करते हुए अब्दुल्ला ने दावा किया, ‘‘यह क्षेत्र कई महीनों से अशांत है। राजौरी, सुरनकोट और अन्य निकटवर्ती इलाकों में घटनाएं हुई हैं।’’

उन्होंने कहा कि जहां तक आतंकवाद का सवाल है, भाजपा सरकार दावा करती है कि इसके लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार था, लेकिन पांच अगस्त, 2019 को इसके निरस्त होने के बाद भी आतंकवाद अभी भी बरकरार है।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शीत युद्ध इसके लिये जिम्मेदार है। जब तक दोनों देश बातचीत की प्रक्रिया शुरू नहीं करेंगे और इस मुद्दे का समाधान नहीं ढूंढेंगे, तब तक यह नहीं रुकेगा।’’

नेकां नेता ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के बेहतर प्रदर्शन का भरोसा जताते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सभी छह लोकसभा सीट जीतेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर ‘इंडिया’ गठबंधन जीतता है, तो हम न केवल अपने पड़ोसी देश के साथ बातचीत प्रक्रिया शुरू करेंगे, बल्कि भारत के संविधान को बचाने की भी कोशिश करेंगे।’’

अब्दुल्ला ने दावा किया, ‘‘कई चीजें बदल जाएंगी। हमारा निर्वाचन आयोग एक बार फिर स्वतंत्र होगा। हमारी न्यायपालिका स्वतंत्र होगी। वे भाजपा की इच्छा के अनुसार काम नहीं करेंगे। लोगों के हित में काम किया जाएगा, क्योंकि वे प्राधिकार हैं।’’

भाषा

शफीक दिलीप

दिलीप