अयोध्या केस के लिए मध्यस्थता का रास्ता, 3 सदस्यीय पैनल गठित

अयोध्या केस के लिए मध्यस्थता का रास्ता, 3 सदस्यीय पैनल गठित

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  • Publish Date - March 8, 2019 / 05:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

नई दिल्ली। अयोध्या में जन्मभूमि-बाबरी और मस्जिद विवाद मामले में समाधान के लिए सुप्रीम कोर्ट ने मामले को मध्यस्थता को सौंप दिया है। अब विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता का रास्ता अपनाया जाएगा। अब इस मामले को कोर्ट से बाहर सुलझाने की कोशिश की जाएगी। जिसके लिए SC ने 3 सदस्यीय पैनल भी गठित कर दिया है।

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पैनल टीम में जस्टिस खलीफुल्ला चेयरमैन होंगे, और श्री-श्री रविशंकर और श्रीराम सीनियर एडवोकेट सदस्य होंगे। इन लोगों को 4 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौपना होगा। वहीं निर्मोही अखाड़ा के अलावा हिन्दू संगठनों ने मध्यस्थता के लिए भेजने के शीर्ष अदालत के सुझाव का विरोध किया था, जबकि मुस्लिम संगठनों ने इस विचार का समर्थन किया था।

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SC ने मध्यस्थता को लेकर फैजाबाद में ही बातचीत करने के निर्देश दिए हैं। मामले में सभी तरह की बातों को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पैनल में शामिल लोग या संबंधित पक्ष कोई जानकारी नहीं देंगे। फिलहाल मामले को लेकर मीडिया रिपोर्टिंग पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मध्यस्थता की कार्यवाही कैमरे के सामने होनी चाहिए।