भाजपा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की यात्रा के लिए ममता पर कसा तंज; बंगाल पुलिस की आलोचना की
भाजपा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की यात्रा के लिए ममता पर कसा तंज; बंगाल पुलिस की आलोचना की
कोलकाता, 11 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को दावा किया कि वह ‘‘आराम और आनंद’’ के लिए पहाड़ी क्षेत्रों का दौरा करने वाली हैं।
मुख्यमंत्री अगले सप्ताह की शुरुआत में बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित उत्तर बंगाल का दौरा करने वाली हैं।
सड़क पर गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों का एक वीडियो साझा करते हुए, अधिकारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में तंज कसते हुए कहा कि सुरक्षाकर्मी यह निगरानी कर रहे थे कि सिलीगुड़ी में मुख्यमंत्री के काफिले के मार्ग पर तृणमूल कांग्रेस पार्टी के झंडे ठीक से लगाए गए हैं या नहीं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्य के दौरान पुलिस मौजूद नहीं थी, जहां चार अक्टूबर से अब तक कम से कम 32 लोगों की जान जा चुकी है।
बांग्ला में लिखे व्यंग्यात्मक पोस्ट में, भाजपा नेता ने दावा किया कि जब उत्तर बंगाल के लोग बादल फटने और भूस्खलन के कारण कठिन समय का सामना कर रहे थे, तब मुख्यमंत्री ‘‘दुर्गा पूजा उत्सव में नृत्य करने में व्यस्त थीं। उन्होंने कहा कि अब, वह आराम और आनंद के लिए पहाड़ों की एक यात्रा पर जाएंगी।
बनर्जी 13 अक्टूबर को फिर से दार्जिलिंग पहाड़ियों के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाली हैं। वह पांच अक्टूबर को वहां गयी थी और चार दिनों तक वहां रही थीं।
अधिकारी ने पोस्ट में कहा, ‘‘प्राकृतिक आपदा के दौरान या उसके अगले दिन उनका पुलिस बल क्षेत्र में नहीं दिखा, फिर भी वही पुलिसकर्मी अब यह निगरानी करने में व्यस्त हैं कि उनके (मुख्यमंत्री के) स्वागत के लिए तृणमूल के झंडे ठीक से लगाए गए हैं या नहीं।’’
पोस्ट में संलग्न वीडियो क्लिप में पुलिसकर्मी सड़क पर गश्त करते दिखाई दे रहे हैं और सड़क के दोनों ओर तृणमूल के झंडे लगे हुए हैं।
राज्य पुलिस पर ‘‘पक्षपातपूर्ण तरीके से’’ काम करने का आरोप लगाते हुए, भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता बन गए हैं।
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बनर्जी बारिश के तुरंत बाद उत्तर बंगाल पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया, जिन्हें प्रशासन और कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने तेजी से पूरा किया।
भाषा सुभाष प्रशांत
प्रशांत

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