कोयला, पशु तस्करी रोकने की जिम्मेदारी केंद्र की : ममता बनर्जी

कोयला, पशु तस्करी रोकने की जिम्मेदारी केंद्र की : ममता बनर्जी

कोयला, पशु तस्करी रोकने की जिम्मेदारी केंद्र की : ममता बनर्जी
Modified Date: November 23, 2023 / 08:07 pm IST
Published Date: November 23, 2023 8:07 pm IST

कोलकाता, 23 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि कोयला और मवेशियों की तस्करी रोकने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है क्योंकि उसकी एजेंसियां कोयला के उत्पादन और सुरक्षित रखने तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।

बनर्जी ने कहा, ‘‘कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का संचालन केंद्र द्वारा किया जाता है। कोयला खदानों की सुरक्षा सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) द्वारा की जाती है, जो एक केंद्रीय बल है। सीमा की सुरक्षा भी बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) द्वारा की जाती है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन और तस्करी रोकने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर है। कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो ‘‘बड़े नेता’ मवेशी और कोयला तस्करी में शामिल हैं, वे ‘‘कहीं और बैठे हैं।’’ हालांकि, टीएमसी प्रमुख ने किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया।

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टीएमसी सुप्रीमो का बयान ऐसे समय आया है जब पार्टी के कई नेताओं पर कोयला और मवेशियों की तस्करी में शामिल होने का आरोप लग रहा है। कथित कोयला घोटाले के सिलसिले में बनर्जी के भतीजे और टीएमसी में नंबर दो माने जाने वाले अभिषेक बनर्जी और उनके परिवार के सदस्यों से भी ईडी ने पूछताछ की थी।

बनर्जी ने कहा, ‘‘सीआईएल और उसकी सहायक कंपनियों की बंद खदानों से अक्सर अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है, जबकि ईडी ने दावा किया है कि टीएमसी का स्थानीय नेतृत्व इस व्यापार में धन के लेन-देन में शामिल था।’’

उन्होंने दावा किया कि ‘‘कपटी’’ टीवी चैनलों के अलावा प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों की मदद से ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे कि टीएमसी नेता तस्करी में सरगना थे।

भाजपा का नाम लिए बिना उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी के नेता पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश में गाय की तस्करी में शामिल थे। बनर्जी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में तस्करी के लिए गायों को उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से लाया जाता है। वहां पैसा कौन वसूलता है?’’

भाषा आशीष अविनाश

अविनाश


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