Champai Soren will be the new CM of Jharkhand : रांची। झारखंड की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। हेमंत सोरेन मुसीबत में आ गए हैं। जमीन घोटाले में ईडी ने लगातार कई घंटों उनसे पूछताछ भी की। जिसके बाद ही उनके आवास के 100मीटर दायरे में 144 धारा लगा दी गई थी। हेमंत सोरेन के घर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। तो वहीं दूसरी ओर जेएमएम के विधायक राजभवन राज्यपाल से मिलने पहुंचे। जहां चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। अब झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन होंगे।
Champai Soren to be the new Chief Minister of Jharkhand pic.twitter.com/xWeGAqKr8A
— ANI (@ANI) January 31, 2024
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक राजभवन के सामने जमा हैं। JMM का कहना है कि चंपई सोरेन का शपथग्रहण आज ही होना चाहिए। हेमंत सोरेन ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। चंपई को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। झारखंड के मंत्री और जेएमएम नेता मिथिलेश ठाकुर कहते हैं, “…हमने अपना नेता चुन लिया है…हमारे सीएम चंपई सोरेन होंगे…”।
#WATCH | Ranchi: Jharkhand Minister and JMM leader Mithilesh Thakur says, “…We have chosen our leader…Our CM will be Champai Soren…” pic.twitter.com/BC7tT1sAQm
— ANI (@ANI) January 31, 2024
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा-हमने विधायक दल का नेता चंपई सोरेन को चुन लिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
#WATCH | Ranchi: Jharkhand Congress president Rajesh Thakur says, “CM Hemant Soren has decided to resign. Champai Soren has been chosen as the new leader of the Legislative party… All the MLAs are with us…” pic.twitter.com/tMG9ksaLZR
— ANI (@ANI) January 31, 2024
चंपई सोरेन का बचपन किसान पिता का खेत में हाथ बंटाते हुए बीता था। वह सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं। आदिवासी परिवार से आने वाले चंपई चार भाइयों में सबसे बड़े थे। वह शिबू सोरेन के साथ झारखंड को बिहार से अलग राज्य बनाने के लिए हुए आंदोलन में उतरे थे और झारखंड के टाइगर के नाम से लोकप्रिय हो गए। बता दें कि सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़कर वह विधायक बने थे।
बाद में चंपई झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ जुड़ गए थे। भाजपा नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया था। सितंबर 2020 से जनवरी 2013 तक उन्होंने यह पद संभाला था। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद यहां हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी थी। इसमें चंपई को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के साथ परिवन मंत्रालय का जिम्मा भी दिया गया था। चंपई सोरेन के पास झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष का पद भी है।
साल 2019 में जब हेमंत सोरेन ने फिर सरकार बनाई थी तब चंपई सोरेन को परिवहन के साथ अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय भी मिला था। अभी तक चर्चा चल रही थी कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होने की स्थिति में किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस रेस में दो नाम आगे चल रहे थे। एक नाम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन था और दूसरा चंपई सोरेन का। लेकिन अंतिम मुहर चंपई सोरेन के नाम पर लगाई गई है।