नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा है कि मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए अदालतें ही एकमात्र जरिया नहीं हैं, बल्कि इनकी रक्षा में नागरिकों की भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने ‘यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग्स लॉ स्कूल’ में ‘‘वैश्विक बदलाव और कानूनी पेशे का अतीत और भविष्य: भारतीय परिप्रेक्ष्य में’’ विषय पर कहा कि सही मायने में अधिकारों के लिए सतर्क या अधिकारों को लेकर जीवंत समाज के लिए, अदालतों, नागरिकों और नागरिक समाज संगठनों के बीच लगातार संवाद आवश्यक है।
उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारों के संरक्षण में नागरिकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है।’’
भाषा सिम्मी सुरेश
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