‘व्यावसायीकरण’ से शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभा: धनखड़
‘व्यावसायीकरण’ से शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभा: धनखड़
जयपुर, 19 अक्टूबर (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शिक्षा के ‘व्यवसायीकरण’ पर चिंता जताते हुए शनिवार को कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
धनखड़ ने सीकर में एक निजी शिक्षण संस्थान के समारोह को संबोधित करते हुए कहा , “शिक्षा कभी भी आय का स्रोत नहीं थी। यह त्याग और दान का माध्यम थी, जिसका उद्देश्य समाज की मदद करना था। लेकिन अब चिंता का विषय है कि शिक्षा को व्यवसाय बना दिया गया और इसे फायदे के लिए बेचा जा रहा है, जिस कारण इसकी गुणवत्ता पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “शैक्षणिक संस्थाओं को अगर आप अर्थ-लाभ के चश्मे से देखेंगे तो आपका उद्देश्य धूमिल हो जाएगा। हमें आवश्यकता है हम ऐसा ना होने दे। मेरा यह आग्रह रहेगा की संस्था का पैसा संस्था के विकास के लिए ही लगे।”
धनखड़ ने कहा, “हम अगर तकनीकी रूप से आगे नहीं रहेंगे तो हमारी आर्थिक प्रगति रुक जाएगी।”
उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प होना चाहिए कि जब भारत 2047 में विकसित राष्ट्र बने तब हम दुनिया की ‘सुपर नॉलेज पावर’ होने चाहिए।”
भाषा पृथ्वी जितेंद्र
जितेंद्र

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