गैरसैंण, चार मार्च (भाषा) कांग्रेस के सदस्यों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को उत्तराखंड विधानसभा से बहिर्गमन कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने यह मुद्दा उठाते हुए दावा किया कि राज्य में बेरोजगारी चरम पर है। हाल में आई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी दर 22.3 प्रतिशत आंकी गई है जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है।
कोविड के दौर का जिक्र करते हुए हृदयेश ने दावा किया कि राज्य में एक लाख से ज्यादा लोगों बेरोजगार हो गए हैं और उद्योगों से लोगो को छंटनी की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में अगर उद्योगपतियों से बातचीत करती तो इन लोगों का रोजगार बचाया जा सकता था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड सरकार से एक ऐसा आदेश जारी करने का आग्रह किया था जिसके तहत लोगों को नौकरी से हटाने से रोका जा सके और अगर किसी को नौकरी से निकाला जाता है तो बाद में उस जगह पर नियुक्ति करते समय उसी व्यक्ति को नौकरी पर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के अलावा सरकारी क्षेत्र में भी छंटनी की गई है।
कांग्रेस सदस्य प्रीतम सिंह ने दावा किया कि कोविड के दौर में चार करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हुए है।
सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने जवाब देते हुए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं की जानकारी दी। हालांकि, कांग्रेस सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
भाषा सं दीप्ति देवेंद्र
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