कोविड का असर: गणतंत्र दिवस परेड में केवल पांच से आठ हजार लोगों को शामिल होने की अनुमति |

कोविड का असर: गणतंत्र दिवस परेड में केवल पांच से आठ हजार लोगों को शामिल होने की अनुमति

कोविड का असर: गणतंत्र दिवस परेड में केवल पांच से आठ हजार लोगों को शामिल होने की अनुमति

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : January 18, 2022/9:05 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) कोविड-19 महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वालों की सामान्य संख्या में 70 से 80 फीसदी की कमी की जाएगी। इस साल केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति होगी, लेकिन इसके लिए टीकाकरण करना अनिवार्य होगा। रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को ये जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि निर्माणकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों के लिए पहले से सीट आरक्षित होंगी। यह भी बताया गया कि केवल उन्हीं वयस्कों को परेड में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लग चुकी है। परेड में शामिल होने वाले 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोरोना रोधी टीके की कम से कम एक खुराक लेना अनिवार्य होगा, जबकि 15 साल से कम उम्र के बच्चों को परेड में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अधिकारी ने बताया कि परेड की शुरुआत सुबह 10 बजे की बजाय सुबह साढ़े 10 बजे से की जाएगी ताकि अच्छी दृश्यता उपलब्ध हो सके। पिछले साल गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में करीब 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि इस साल की परेड के लिए मुख्य अतिथि आएंगे या नहीं, इस संबंध में विदेश मंत्रालय को अभी फैसला करना है। पिछले साल परेड में कोई मुख्य अतिथि नहीं थे।

उन्होंने बताया कि संख्या में कटौती का मकसद लोगों को दूर रखना और सामाजिक दूरी बनाए रखना है ताकि परेड के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि नहीं हो सके, इसलिए लोगों की संख्या में काफी कटौती की गयी है।

उन्होंने कहा कि हालांकि वास्तविक संख्या अभी तय नहीं की गयी है, लेकिन इस साल यह संख्या 5,000 – 8,000 के बीच होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को यह परेड टीवी और ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ के जरिए देखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्य अतिथियों के बारे में विदेश मंत्रालय विचार कर रहा है और और इस संबंध में उनके फैसले की प्रतीक्षा की जाएगी। इस साल एक विशेष पहल के तहत परेड में ऑटोरिक्शा ड्राइवर, निर्माणकर्मियों, सफाईकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए सीट आरक्षित की गई हैं। इसी तरह 29 जनवरी को ‘बीटिंग द रीट्रीट’ समारोह के दौरान भी इनके लिए सीट आरक्षित रखी गई है। अधिकारियों ने बताया कि पहली बार परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करने वाले डांसर के चयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘वंदे भारतम’ प्रतिस्पर्धा का आयोजन रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया गया। 3870 में से केवल 800 कलाकारों को नृत्य पेश करने के लिए चयनित किया गया। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 26 जनवरी को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का राष्ट्रव्यापी फ्लैगशिप कार्यक्रम ‘शहीदों को शत शत नमन’ भी लॉन्च किया जाएगा।

भाषा संतोष दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)