माकपा की बांग्ला बचाओ रैली दक्षिण दिनाजपुर से गुजरी, मालदा में गंगा के कटाव का मुद्दा उठाया
माकपा की बांग्ला बचाओ रैली दक्षिण दिनाजपुर से गुजरी, मालदा में गंगा के कटाव का मुद्दा उठाया
कोलकाता, दो दिसंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की ‘बांग्ला बचाओ’ रैली मंगलवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले से होते हुए मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर पहुंची।
माकपा ने राज्य में 34 वर्षों तक वाम मोर्चे के शासन वाले सरकार का नेतृत्व किया और पार्टी ने अब अपनी खोई जमीन को वापस पाने के प्रयास में दक्षिण दिनाजपुर के गंगारामपुर में कई कार्यक्रम आयोजित किए।
माकपा की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव मोहम्मद सलीम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि रैली बुधवार को मालदा शहर पहुंचेगी और बांग्ला बचाओ रैली के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सलीम ने कहा कि मालदा में होने वाले कार्यक्रमों में गंगा नदी के कटाव और बेरोजगारी के मुद्दे उठाए जाएंगे, जिसके कारण उन्हें दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों के रूप में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
गंगा नदी का कटाव एक गंभीर मुद्दा है, जिससे मालदा जिले के बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हैं। यहां से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में काम करते हैं।
माकपा नेता ने आरोप लगाया कि बंगाल के प्रवासी मजदूरों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने केंद्र और कुछ राज्यों की भाजपा सरकारों पर संवैधानिक मानदंडों को महत्व न देने का आरोप लगाया।
सलीम ने कहा, “देश के अंदर केंद्र सरकार ट्रंप प्रशासन (अमेरिका के राष्ट्रपति) जैसा व्यवहार कर रही है।”
सलीम ने कहा कि उद्घाटन समारोह के दिन रैली का नेतृत्व करने के बाद वह पांच दिसंबर को मालदा में फिर से रैली में शामिल होंगे।
कूचबिहार जिले के तूफानगंज में 29 नवंबर को शुरू हुई यह रैली 17 दिसंबर को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके कमरहाटी में एक विशाल जनसभा के साथ समाप्त होगी।
पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव में माकपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
राज्य में अगला विधानसभा चुनाव 2026 के मध्य से पहले होना है।
भाषा जितेंद्र संतोष
संतोष

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