फाइजर टीके की दूसरी खुराक में विलंब से बुजु्र्गों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है : अध्ययन

फाइजर टीके की दूसरी खुराक में विलंब से बुजु्र्गों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है : अध्ययन

फाइजर टीके की दूसरी खुराक में विलंब से बुजु्र्गों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है : अध्ययन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: May 21, 2021 12:18 pm IST

नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) फाइजर कंपनी के कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक 12 सप्ताह बाद देने से बुजुर्ग लोगों में प्रतिरक्षा तंत्र उन लोगों की तुलना में साढ़े तीन गुना तक अधिक मजबूत हो जाता है जिन्होंने दूसरी खुराक तीन सप्ताह के अंतर पर ही लगवा ली। ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।

ब्रिटेन की सरकार ने कोविड-19 के टीकों की दो खुराकों के बीच अंतर को कम करके आठ सप्ताह कर दिया है, वहीं भारत ने कोविशील्ड टीके की दो खुराक लगाने के बीच 12 से 16 सप्ताह का अंतर रखने का निर्देश जारी किया है। उसके कुछ दिन बाद यह अध्ययन सामने आया है।

अस्सी साल से अधिक उम्र के 175 लोगों पर किया गया यह अध्ययन किसी आयु वर्ग में फाइजर के टीके को तीन सप्ताह के अंतर पर लगवाने वाले और 12 सप्ताह के अंतर पर लगवाने वाले लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में पहला सीधा तुलनात्मक विश्लेषण है।

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फाइजर टीके के लिए प्रारंभ में आधिकारिक रूप से दो खुराकों के बीच अंतर तीन सप्ताह रखा गया था।

ब्रिटेन समेत अनेक देशों ने इसे बढ़ाकर 12 सप्ताह का करने का फैसला किया था ताकि बड़ी आबादी को कम से कम पहला टीका जल्द से जल्द लग सके।

हालांकि ब्रिटेन ने पिछले सप्ताह 12 सप्ताह की अवधि को कम करके आठ सप्ताह कर दिया है और इसके पीछे वजह भारत में सामने आए कोरोना वायरस के स्वरूप ‘बी.1.617’ के फैलने को बताया गया है।

इस शोध की अभी अन्य विशेषज्ञों ने समीक्षा नहीं की है।

भाषा

वैभव माधव

माधव


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