दिल्ली के उपराज्यपाल ने सरकारी अस्पतालों में 128 तदर्थ नौकरियों को स्थायी बनाने की मंजूरी दी

दिल्ली के उपराज्यपाल ने सरकारी अस्पतालों में 128 तदर्थ नौकरियों को स्थायी बनाने की मंजूरी दी

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  • Publish Date - July 1, 2022 / 07:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:40 PM IST

नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने सरकारी अस्पतालों में 128 पदों को स्थायी करने की मंजूरी दे दी है। एक प्रेस विज्ञप्ति में शुक्रवार को यह जानकारी दी गयी।

उपराज्यपाल ने कहा कि चिकित्सक दिवस के अवसर पर तदर्थवाद और पेशेवर असुरक्षा को दूर करना चिकित्सकों के पेशे के लिए आभार जताने का सबसे अच्छा तरीका है।

चिकित्सक दिवस प्रत्येक वर्ष एक जुलाई को प्रसिद्ध चिकित्सक एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है, जिनकी जयंती और पुण्यतिथि एक जुलाई को होती है।

उपराज्यपाल सक्सेना ने चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पेशे के लिए आभार जताने का सबसे अच्छा तरीका समुदाय को सर्वोत्तम संभव सेवा शर्तें, कार्य वातावरण और पेशेवर सुरक्षा प्रदान करना है।

इससे पहले उपराज्यपाल ने द्वारका में इंदिरा गांधी अस्पताल के लिए विभिन्न श्रेणियों के तहत 918 पदों को मंजूरी दी थी। सक्सेना ने बृहस्पतिवार को 128 अस्थायी पदों को स्थायी पदों में बदलने को मंजूरी दी।

प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक कई पद या तो 2011-12 से खाली पड़े थे या तदर्थ आधार पर संचालित किए जा रहे थे। इस निर्णय से डॉ बाबा साहेब आंबेडकर मेडिकल कॉलेज में 76 पदों पर, गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 40 पदों पर, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में नौ पदों पर और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में तीन पदों पर स्थायी नियुक्ति होगी।

अब जिन पदों को स्थायी किया गया है उनमें असिस्टेंट प्रोफेसर – ऑर्थोपेडिक्स, रेडियोलॉजी में वरिष्ठ चिकित्सक, सर्जन, डेंटल सर्जन, जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर, स्टाफ नर्स, क्लीनिकल इंस्ट्रक्टर और रेडियोग्राफर शामिल हैं।

भाषा रवि कांत अमित

अमित