दिल्लीः प्रदूषण से जंग के लिए लोगों से यातायात सिग्नल पर अपने वाहन का इंजन बंद करने की अपील

दिल्लीः प्रदूषण से जंग के लिए लोगों से यातायात सिग्नल पर अपने वाहन का इंजन बंद करने की अपील

दिल्लीः प्रदूषण से जंग के लिए लोगों से यातायात सिग्नल पर अपने वाहन का इंजन बंद करने की अपील
Modified Date: November 29, 2022 / 08:31 pm IST
Published Date: October 21, 2020 9:50 am IST

नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण में 15 से 20 फीसदी तक कमी की जा सकती है अगर यातायात सिग्नल पर लोग अपने वाहन के इंजन बंद करना शुरू कर दें। यह बात बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कही।

राष्ट्रीय राजधानी में आईटीओ यातायात सिग्नल से 26 दिनों के लिए ‘‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’’ अभियान की शुरुआत करते हुए राय ने दिल्ली के लोगों से अपील की कि जिम्मेदारी से काम करें और यातायात सिग्नल पर ईंधन जलाना बंद करें।

उन्होंने कहा, ‘‘अभियान का उद्देश्य वाहन प्रदूषण को कम करना है। दिल्ली में करीब एक करोड़ पंजीकृत वाहन हैं। साथ ही वाहनों का ईंधन प्रतिदिन यातायात सिग्नल पर करीब 15 से 20 मिनट तक जलता है। इस अभियान का उद्देश्य सिग्नलों पर ईंधन जलने से बचाना है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘अगर महानगर की दो करोड़ आबादी इस अभियान में शामिल होती है तो हम वाहनों से होने वाले प्रदूषण में 15 से 20 फीसदी तक कमी ला सकते हैं। यह अभियान स्वैच्छिक है। मैं दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि इसे सफल बनाएं।’’

आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के इस अभियान का उद्देश्य राजधानी के 100 यातायात सिग्नल पर जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाना है। यह अभियान 15 नवम्बर तक चलेगा।

इस पहल की शुरुआत आईटीओ चौराहे पर करते हुए राय ने एक यात्री को गुलाब का फूल देकर उससे अपनी कार का इंजन बंद करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि दिल्ली तभी प्रदूषण मुक्त होगी जब सरकार और जनता मिलकर काम करेगी।

सदर बाजार निवासी नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक गीता ने कहा कि उन्हें यात्रियों से इसकी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। गीता ने कहा ” अभी तक बेहद सकारात्मक प्रतिक्रया मिल रही है। आग्रह करते ही लोग अपने वाहन का इंजन बंद कर दे रहे हैं। न तो कोई बहस कर रहा है और न ही ऐसा करने से इंकार। ”

राय ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक यातायात सिग्नल पर सुबह आठ से रात आठ बजे तक लोगों को इस संबंध में जागरुक करेंगे।

भाषा नीरज नीरज पवनेश

पवनेश


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