दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई
Modified Date: October 22, 2025 / 08:32 pm IST
Published Date: October 22, 2025 8:32 pm IST

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई तथा हवा की गति कम होना इसकी बड़ी वजह रही।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, बुधवार शाम चार बजे शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 353 रहा।

यह इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक दर्ज किया गया एक्यूआई है। एक्यूआई मंगलवार को 351 और सोमवार को 345 था।

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दिन के समय दिल्ली में धुंध छाई रही और हवा की गति सात किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं रही।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने का अनुमान जताया है।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक कृष्ण मिश्रा ने कहा, ‘‘हवा की दिशा पूर्व से पश्चिमी हो गई है, लेकिन गति कम बनी हुई है। रात के समय हवा लगभग धीमी बनी हुई है और दिन के समय इसकी गति केवल 5-7 किमी प्रति घंटे तक ही रहती है।’’

उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर के आसपास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव की उम्मीद है, लेकिन इससे भारी बारिश या हवा की गति में वृद्धि होने की संभावना नहीं है।

केंद्र की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि दिल्ली का एक्यूआई शनिवार तक ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बना रहेगा, जिसके बाद अगले छह दिनों तक यह ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ के बीच रह सकता है।

सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि 39 सक्रिय निगरानी केंद्रों में से तीन ने बुधवार शाम चार बजे प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ दर्ज किया, जबकि 33 ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहे।

सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके नेहरू नगर (एक्यूआई 411), पंजाबी बाग (406) और वजीरपुर (406) थे। केवल तीन स्टेशनों – लोधी रोड (230), डीटीयू (216), और आईजीआई एयरपोर्ट (294) – ने 300 से नीचे एक्यूआई दर्ज किया।

इस बीच, दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा कम है, जबकि रात का तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से तीन डिग्री अधिक है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।

भाषा शफीक देवेंद्र

देवेंद्र


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