देवेगौड़ा ने कुमारस्वामी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की निंदा की, प्रधानमंत्री का समर्थन किया

देवेगौड़ा ने कुमारस्वामी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की निंदा की, प्रधानमंत्री का समर्थन किया

देवेगौड़ा ने कुमारस्वामी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की निंदा की, प्रधानमंत्री का समर्थन किया
Modified Date: June 15, 2025 / 10:56 pm IST
Published Date: June 15, 2025 10:56 pm IST

बेंगलुरु, 15 जून (भाषा) जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने रविवार को अपने बेटे और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें निराधार और सोची-समझी बदनाम करने की साजिश करार दिया।

जनता दल (एस) की राज्यव्यापी यात्रा और ‘मिस्ड कॉल’ सदस्यता अभियान की शुरुआत के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से कुमारस्वामी के खिलाफ झूठे प्रचार कर रहे हैं। इन बदनाम करने वाले अभियानों में आज तक कोई सफल नहीं हुआ है और कोई होगा भी नहीं।’

उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग कुमारस्वामी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। वे उनके व्यक्तित्व और जनता से उन्हें मिलने वाले प्रेम को हजम नहीं कर पाते। देश में किसी और ने किसानों का कर्ज़ वैसे माफ़ नहीं किया जैसा उन्होंने किया।’

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जनता दल (एस) के उनके बाद टूटने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए

वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कभी मत भूलिए कि असफलता ही सफलता की नींव होती है। सिर्फ इसलिए कि हम चुनाव हार गए, इसका मतलब यह नहीं कि हम हिम्मत हार बैठेंगे।’

उन्होंने कहा, ‘मेरी उम्र के कारण मुझे केवल पैरों में तकलीफ है, दिमाग अब भी पूरी तरह से चुस्त है और याद्दाश्त भी ठीक है। जो लोग इसके विपरीत सोचते हैं, वे इसे ध्यान से सुन लें।’

उन्होंने कहा कि मोरारजी देसाई ने यह पार्टी उन्हें सौंपी थी, और जनता दल में कितनी भी टूट क्यों न हुई हो, यह पार्टी अब तक कायम रही है और उनके बाद भी बनी रहेगी।

देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी सराहना की और उन्हें ‘ऊंचे कद का नेता’ और ‘वैश्विक हस्ती’ बताया।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने भाजपा से गठबंधन मोदी जी के कारण किया। हमने प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया और उनका विश्वास प्राप्त किया। मैंने उनसे कुमारस्वामी को मंत्री बनाने की कोई सिफारिश नहीं की थी। यह खुद मोदी थे जिन्होंने उन्हें कैबिनेट में शामिल किया और महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपे।’

भाषा योगेश रंजन

रंजन


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