कश्मीर प्रेस क्लब का पंजीकरण स्थगित किए जाने के बाद गुटबाजी शुरू

कश्मीर प्रेस क्लब का पंजीकरण स्थगित किए जाने के बाद गुटबाजी शुरू

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  • Publish Date - January 15, 2022 / 07:37 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

श्रीनगर, 15 जनवरी (भाषा) कश्मीर प्रेस क्लब (केपीसी) का पंजीकरण रोकने के प्रशासन के फैसले के बाद घाटी के पत्रकारों के शीर्ष संगठन में गुटबाजी शुरू हो गई है।

एम सलीम पंडित के नेतृत्व में पत्रकारों के एक समूह ने चुनाव होने तक केपीसी का प्रबंधन संभाला है। हालांकि, मौजूदा निकाय ने ‘‘जबरन’’ नियंत्रण की निंदा करते हुए कहा कि इसने ‘‘खराब मिसाल’ स्थापित की है।

पंडित जुलाई 2019 तक क्लब के संस्थापक अध्यक्ष थे, जब पहली बार इसका चुनाव हुआ। अंतरिम निकाय के अन्य दो सदस्य, महासचिव के रूप में जुल्फिकार माजिद और कोषाध्यक्ष के रूप में अरशद रसूल हैं। अंतरिम निकाय नए चुनाव होने तक क्लब का प्रबंधन करेगा।

अंतरिम निकाय ने एक बयान में कहा, ‘‘निर्वाचित निकाय ने दो साल की अवधि के लिए अपना कार्यकाल पूरा किया जिसकी अवधि 14 जुलाई 2021 को खत्म हो गई। पिछली समिति ने अज्ञात कारणों से चुनाव में देरी की, ऐसे में क्लब लगभग छह महीने तक नेतृत्वहीन रहा, जिससे मीडिया बिरादरी अवांछित परेशानी में पड़ गई।’’

बयान में कहा गया, ‘‘इसलिए अब 15 जनवरी 2022 को कश्मीर घाटी के विभिन्न पत्रकार संगठनों ने सर्वसम्मति से पंडित की अध्यक्षता में तीन सदस्यों का एक अंतरिम निकाय बनाने का निर्णय लिया।’’

हालांकि, क्लब के मौजूदा निर्वाचित निकाय ने ‘‘जबरन’’ नियंत्रण की निंदा की। केपीसी महासचिव इशफाक तांत्रे ने कहा, ‘‘मौजूदा निकाय के साथ कोई परामर्श नहीं किया गया। हमें प्रबंधक द्वारा सूचित किया गया कि उन्होंने जबरन प्रेस क्लब में प्रवेश किया, उन्होंने क्लब की सील खोलने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कोई सरकारी आदेश नहीं दिखाया और सिर्फ यह घोषित किया कि वे एक अंतरिम निकाय हैं।’’

तांत्रे ने कहा कि अंतरिम निकाय के सदस्यों ने क्लब के कर्मचारियों को ‘‘धमकी’’ दी और कागजात ले गए। प्रशासन ने केपीसी के सोसायटी के रूप में पंजीकरण पर रोक लगा दी है। क्लब का पिछले साल 29 दिसंबर को पंजीकरण किया गया था।

भाषा आशीष पवनेश

पवनेश