नई दिल्ली। गुड़गांव में जमीन सौदे के मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इसमें हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा और दो रीयल एस्टेट कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। 10 साल पुराने जमीन सौदे के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर अवैध तरीके से 50 करोड़ का फायदा लेने का आरोप है। इधर केस दर्ज होने पर वाड्रा ने कहा है। कि चुनावी मौसम है और तेल के दाम बढ़ गए हैं। इसिलिए जनता का ध्यान अहम मुद्दों से भटकाने के लिए एक दशक पुराने मुद्दे को उछाला गया है।
पढ़ें- महंगाई की दोगुनी मार, सब्सिडी वाला सिलेंडर 1.49 रूपए महंगा, डीजल 70 रुपए के पार
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक रसूख और भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलीभगत करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इसके अलावा वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर के मुताबिक मामले में 350 एकड़ जमीन 58 करोड़ रुपये में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को आवंटित की गई थी। इस जमीन का आवंटन भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा के जरिए किया गया था।
पढ़ें- भारत का शानदार प्रदर्शन, 15 गोल्ड, 24 सिल्वर, 30 ब्रांज के साथ कुल 69 पदक जीते
एफआईआर में कहा गया है कि इस जमीन से दोनों कंपनियों को करीब पांच हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया। इसके अलावा ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज के भी मामले में शामिल होने के आरोप हैं। इसके अलावा इन कंपनियों के जो लाइसेंस दिखाए गए, उनमें भी अनियमितता पाई गई है। इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा को इनकम टैक्स विभाग ने 42 करोड़ रुपये के अज्ञात आय के मामले में नोटिस दिया थ। यह मामला स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से जुड़ा हुआ था। इसमें वाड्रा के पास 99 फीसदी का मालिकाना हक है।
वेब डेस्क, IBC24