सोशल मीडिया पर शैलजा के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप में आईयूएमएल कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज

सोशल मीडिया पर शैलजा के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप में आईयूएमएल कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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  • Publish Date - April 17, 2024 / 06:10 PM IST,
    Updated On - April 17, 2024 / 06:10 PM IST

कन्नूर (केरल), 17 अप्रैल (भाषा) केरल में जोरदार चुनाव प्रचार अभियान के बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की वरिष्ठ नेता और वडक्करा लोकसभा सीट से उम्मीदवार के.के. शैलजा के बारे में सोशल मीडिया मंचों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के एक कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

सोशल मीडिया पर शैलजा पर हमलों को लेकर कुछ दिन से जारी व्यापक आलोचना के बीच न्यू माही थाने ने स्वयं ही आईयूएमएल के स्थानीय पदाधिकारी असलम के खिलाफ मामला दर्ज किया।

आईयूएमएल कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) में शामिल एक प्रमुख दल है।

शैलजा का मुकाबला कांग्रेस के शफी परम्बिल और भाजपा के प्रफुल्ल कृष्ण से है।

सत्तारूढ़ माकपा ने आरोप लगाया है यूडीएफ उम्मीदवार की जानकारी में आपत्तिजनक प्रचार किया जा रहा है। लेकिन उन्होंने इन आरोपों को खारिज किया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ”हमने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) के तहत मामला दर्ज किया है।”

उन्होंने कहा कि जांच जारी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात ने शैलजा के खिलाफ इस्तेमाल की गई ‘अभद्र भाषा’ की एक बयान में निंदा की।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह वडक्का में कांग्रेस उम्मीदवार की सोशल मीडिया टीम द्वारा किया गया था। वहीं कांग्रेस ने बुधवार को यूडीएफ कार्यकर्ताओं द्वारा शैलजा के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार के आरोपों को खारिज करना जारी रखा और कहा कि सत्तारूढ़ दल कहानियां गढ़ने की कोशिश कर रहा है क्योंकि चुनाव अभियान अंतिम चरण के करीब है।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने पूछा कि क्या सत्तारूढ़ एलडीएफ ने पिछले महीने इस संबंध में मुख्यमंत्री, निर्वाचन आयोग, पुलिस महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी।

उन्होंने पूछा कि क्यों मुख्यमंत्री विजयन ने अब तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की?

उन्होंने कन्नूर के पास पनूर में संवाददाताओं से कहा कि यूडीएफ ने कभी भी महिलाओं या प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों का अपमान करने की प्रथा को प्रोत्साहित नहीं किया।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव