जयपुर, 12 फरवरी (भाषा) जल जीवन मिशन योजना से जुड़े कार्यों में कथित भ्रष्टाचार को लेकर राजस्थान के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के निर्देश पर सोमवार को पांच अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया।
मंत्री के दौसा दौरे पर दो अधिशाषी अभियंता, एक सहायक अभियंता और दो कनिष्ठ अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई।
चौधरी 234 करोड़ रुपए की ईसरदा पेयजल परियोजना का शिलान्यास करने महवा आए थे। लौटते समय मंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर पीपलखेड़ा में रुके जहां ग्रामीणों ने उन्हें पानी की समस्या और योजना में ‘भ्रष्टाचार’ के बारे में बताया। मंत्री के साथ ‘क्वालिटी कंट्रोल टीम’ के अलावा राज्य व जिले के आला अधिकारियों की टीम भी थी।
चौधरी ने टीम को तत्काल जांच के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश पर अधिकारियों की टीम ने पाइपलाइन की जांच की, जिसमें अनियमितता सामने आयी। मंत्री के निर्देश पर अधिशाषी अभियंता सिद्धार्थ मीणा व हेमन्त मीणा, सहायक अभियंता नानकराम बैरवा तथा कनिष्ठ अभियंता दारासिंह मीणा व महाराज सिंह गुर्जर को निलंबित कर दिया गया।
भाषा कुंज शोभना
शोभना
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