गहलोत ने निर्वाचन आयोग पर एसआईआर पर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाया

गहलोत ने निर्वाचन आयोग पर एसआईआर पर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाया

गहलोत ने निर्वाचन आयोग पर एसआईआर पर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाया
Modified Date: November 19, 2025 / 09:40 pm IST
Published Date: November 19, 2025 9:40 pm IST

जयपुर, 19 नवंबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्वाचन आयोग पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि आयोग की ‘बेवकूफी’ से ही इस तरह के हालात बने हैं।

एसआई को लेकर विवाद संबंधी एक सवाल पर गहलोत ने यहां मीडिया से कहा, “यह तो बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है और सबसे ज्यादा इसमें निर्वाचन आयोग की गलती है।”

उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग देश के तमाम राजनीतिक दलों को बुलाकर बात करता कि हमारी मंशा यह है कि जो मतदाता सूची बने वो बिल्कुल पारदर्शी हो, उसमें कोई फर्जी नाम नहीं हो और असली नाम नहीं छूटे।

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर आयोग की सही मंशा वास्तव में होती तो फिर वो सबको विश्वास में लेते।

गहलोत ने आरोप लगाया, “उनकी नीयत शुरू से ही खराब है, वो भाजपा और (केंद्र) सरकार से मिलीभगत से जानबूझकर विवाद पैदा कर रहे हैं। अब ऐसा माहौल बना दिया देश में निर्वाचन आयोग पर ही लोगों को संदेह होने लग गया है।”

काम के दबाव से जुड़ी मौतों की खबरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक आत्महत्या हो चुकी है। सोशल मीडिया पर खबरें हैं कि बंगाल में 20 लोगों की मौत हो गई। वे क्यों मरे? मुझे नहीं पता। लेकिन सवाल यह है कि देश में ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई है? यह निर्वाचन आयोग की बेवकूफी के कारण हुआ है और हमें यह कहने में संकोच नहीं करना चाहिए।’

यह पूछे जाने पर कि क्या किसी विशिष्ट समुदाय के नाम हटाए जा रहे हैं, उन्होंने कहा, ‘हमें तभी पता चलेगा जब काम पूरा हो जाएगा। लेकिन संदेह बना हुआ है। उनके आचरण से पता चलता है कि उनके इरादे सही नहीं हैं। वे सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’

बिहार में राजग की जीत पर गहलोत ने कहा कि वहां अचानक एसआईआर कराने का फैसला भी संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा, ‘उनका व्यवहार अच्छा या निष्पक्ष नहीं रहा। चुनाव धनबल के बल पर हुए, और इससे स्वाभाविक रूप से संदेह पैदा होता है।’

भाषा पृथ्वी

नोमान

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