पेंशनरों के लिए खुशखबरी… सरकार फिर दे रही इस खास योजना का लाभ लेने का मौका, जानिए

सरकार फिर दे रही इस खास योजना का लाभ लेने का मौका : Good News : National Health Scheme will Start again for Pensioners

पेंशनरों के लिए खुशखबरी… सरकार फिर दे रही इस खास योजना का लाभ लेने का मौका, जानिए

Travel allowance of government employees will double in MP

Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: April 25, 2022 1:53 pm IST

देहरादून: National Health Scheme for Pensioners  उत्तराखंड के पेंशनरों के लिए एक अच्छी खबर है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना को छोड़ चुके पेंशनर अब फिर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना का लाभ ले सकते हैं। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राज्य सरकार के इस संबंध में एक प्रस्ताव भेजा है। इससे पहले कई पेशनरों ने ओपीडी को भी निशुल्क करने की मांग को लेकर इस योजना का विरोध किया था और इस योजना का लाभ लेने से इंकार कर दिया था। अब ऐसे पेशनरों को फिर से लाभ देने कवायद शुरू की गई है।

Read more :  पैसेंजर, लोकल समेत कई ट्रेनों का परिचालन बंद, स्थानीय लोगो ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी 

National Health Scheme for Pensioners  दरअसल, प्रदेश सरकार ने अटल आयुष्मान योजना की तर्ज पर ही राज्य कर्मचारी, पेंशनर और निकाय कर्मचारियों के लिए राज्य स्वास्थ्य योजना शुरू की थी। इस योजना में कर्मचारी के ग्रेड वेतन के अनुसार उनके वेतन से एक निश्चित राशि की कटौती की जाती है। विकल्प यह भी दिया गया कि कर्मचारी अथवा पेंशनर चाहें तो इसके लिए एकमुश्त कटौती भी करा सकते हैं। इस योजना के तहत कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा चिह्नित अस्पतालों में उपचार कराने में होने वाले खर्च की कोई सीमा नहीं है।

 ⁠

Read more :  दुनिया में एक और रहस्यमयी बीमारी ने दी दस्तक! बच्चों के लिवर पर कर रहा अटैक, WHO ने चेताया 

इस योजना को लेकर कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया। दरअसल, उनकी मांग ओपीडी को भी निशुल्क करने की थी। इसके अलावा उनका यह भी कहना था कि मल्टी स्पेशलिटी वाले अस्पतालों में सभी रोगों का इसी योजना के तहत उपचार हो। इस पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कदम भी उठाए। बावजूद इसके व्यवस्था के विरोध ने कर्मचारियों ने अपनी नाराजगी जारी रखी।

Read more :  IPS अफसरों का प्रमोशन.. दीपांशु काबरा बने एडीजी, नेहा, अजय, मीणा, संजीव शुक्ला IG के पद पर हुए प्रमोट 

कोविड के दौरान इस योजना के तहत पूरा उपचार न मिलने पर सवालिया निशान भी लगाए। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए सरकार ने इस योजना को वैकल्पिक बनाने का निर्णय लिया। इसके तहत पहले पेंशनर को इसका विकल्प दिया। अभी साढ़े पांच हजार पेंशनर ने इस योजना से हटने का विकल्प दिया, जिनकी पेंशन से कटौती नहीं हो रही है।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।