चेन्नई, 14 अप्रैल (भाषा) तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने सोमवार को राज्य में दलितों की ‘दुर्दशा’ पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके खिलाफ भेदभाव की कुछ घटनाएं ‘दुखद’ हैं।
रवि ने यहां राजभवन में बी आर आंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में ये टिप्पणियां कीं।
तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री गोवी चेझियान ने राज्यपाल की टिप्पणी को लेकर रवि पर पलटवार किया।
रवि ने कहा, ‘‘तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां सामाजिक न्याय के बारे में अक्सर बात की जाती है। जब मैं तमिलनाडु आया तो मुझे हमारे दलित भाइयों और बहनों की दुर्दशा देखकर बहुत दुख हुआ। हमें संविधान देने के बावजूद, बाबासाहेब को उनके जीवनकाल में अपमानित किया गया। उनके मिशन को पटरी से उतार दिया गया। उन्हें संसद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई – कल्पना कीजिए, जिस व्यक्ति ने हमें संविधान दिया, उसे उसका उचित स्थान नहीं दिया गया।’
रवि ने कहा, ‘‘…तमिलनाडु में जिस तरह की कहानियां हम सुनते हैं, वह दिल दहला देने वाली हैं। यह एक ऐसा राज्य है जो सामाजिक न्याय का अगुवा होने का दावा करता है। (तमिलनाडु में) एक दलित को गांव की सड़क पर चप्पल पहनने और चलने के लिए पीटा गया। एक युवा दलित को मोटरसाइकिल चलाने के लिए पीटा गया।’’
इस बीच, चेझियान ने रवि के इस दावे को ‘सरासर झूठ’ करार देते हुए खारिज कर दिया कि तमिलनाडु में चप्पल पहनने और मोटरसाइकिल चलाने के कारण दलितों पर हमला किया गया।
भाषा
शुभम सिम्मी
सिम्मी
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