खतरे में रिश्वत देकर सरकारी नौकरी पाने वाले कर्मचारियों की, माता पिता सहित परिजनों के खंगाले जाएंगे बैंक खाते
सरकारी कर्मचारियों के माता पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों की के खाते की जांच कर रही है! Govt Will Fire Employees
karmchariyo ka hoga Promotion
देहरादून: Govt Will Fire Employees प्रदेश में हुए भर्ती घोटाले की आंच अब कर्मचारियों तक पहुंचने लगी है। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार की जांच टीम अब जांच में दायरे में आए सरकारी कर्मचारियों के माता पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों की के खाते की जांच कर रही है। अब तक विजिलेंस टीम 200 से अधिक सरकारी कर्मचारियों के परिजनों के खाते की जांच कर चुकी है।
Govt Will Fire Employees मिली जानकारी के अनुसार भर्ती घपले में आरोपी दरोगाओं और उनके परिजनों के बैंक खातों की डिटेल को विजिलेंस अहम साक्ष्य मान रही है। विजिलेंस शेष बचे 139 दरोगाओं और उनके मां-बाप या करीबी परिजनों के बैंक लेनदेन भी निकाल रही है। सूत्रों का कहना है कि कुछ खातों से 2015 और कुछ से 2016 की बड़े लेनदेन हुए हैं। विजिलेंस जांच में इन खातों में हुए लेनदेन का लिंक भर्ती घपले से जुड़ने की पुष्टि हुई है।
विजिलेंस अब ऐसे दरोगाओं और उनके परिजनों से पूछताछ की तैयारी कर रही है, ताकि पता चल सके कि ये पैसे किस माध्यम से होते हुए किस-किस तक पहुंचे। इससे विजिलेंस इस घपले के सूत्रधारों तक पहुंचेगी। सूत्रों का कहना है कि कई खातों से 15 से 20 लाख तक का लेनदेन हुआ है। जबकि कुछ में कम ही रकम इधर से उधर हुई है। विस्तृत जांच के बाद पैसों के लेनदेन की पूरी बात सामने आ सकेगी।
जांच के दौरान दो सौ में से अब तक करीब डेढ़ सौ दरोगाओं के प्रमाणपत्रों से लेकर उनके और मां-बाप के बैंक लेनदेन में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। इससे ये दरोगा अब निश्चित हो गए हैं कि उनकी नौकरी पर कोई आंच नहीं है। कुछ दरोगाओं ने बताया कि वे जांच पूरी होने तक अब बेफिक्र होकर नौकरी कर सकेंगे।
Read More: जंगली भेड़िये ने मासूम को बनाया अपनी भूख का शिकार, तड़प-तड़प कर हुई मौत
एसपी विजिलेंस हल्द्वानी ने बताया कि जांच में सभी तरह के प्रमाणपत्रों से लेकर ओएमआर शीट, बैंक तथा मोबाइल डिटेल सहित सभी पहलू देखे जा रहे हैं। अभी विवेचना जारी है, जो सबूत मिलते जा रहे हैं उनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। अभी पैसों के लेनदेन को लेकर पूछताछ भी होनी है, ताकि ये पता चल सके कि पैसों का कितना और कैसे लेनदेन हुआ।

Facebook



