वीवीपीएटी वोटिंग से सरकार चुनने वाला पहला राज्य बना हिमाचल प्रदेश

वीवीपीएटी वोटिंग से सरकार चुनने वाला पहला राज्य बना हिमाचल प्रदेश

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  • Publish Date - November 9, 2017 / 06:35 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आज हो रहे मतदान के साथ ही इस प्रदेश के नाम एक नया इतिहास जुड़ गया है। हिमाचल प्रदेश भारत का पहला राज्य बन गया है, जहां वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रायल यानी वीवीपीएटी का इस्तेमाल सभी विधानसभा सीटों के लिए किया जा रहा है। वीवीपीएटी मतपत्र रहित मतदान प्रणाली का इस्तेमाल करते हुए वोटर्स को फीडबैक देने का तरीका है। 

 

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने हिमाचल के बिलासपुर में मतदान किया, नड्डा ने ये वोटिंग के बाद सोशल मीडिया पर ये फोटो शेयर की है

 

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर विपक्षी दलों की ओर से चिंता जताई गई थी। चुनाव आयोग ने हालांकि ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों का खंडन करते हुए आरोपों को साबित करने की चुनौती भी दी थी। इसके साथ ही आयोग ने ये जानकारी भी दी कि उसने वीवीपीएटी खरीदने को लेकर 2014 में ही सरकार से कहा था। जब ईवीएम को लेकर हंगामा मचा तो केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 16 लाख से ज्यादा वीवीपीएटी मशीनों की खरीद को मंजूरी दी। अब हिमाचल प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनावों में इन मशीनों को ईवीएम से जोड़कर मतदान कराया जा रहा है। 

 

वीवीपीएटी मशीन को ईवीएम के साथ जोड़ा जाता है। जैसे ही वोटर अपने पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के आगे ईवीएम का बटन दबाता है, इस मशीन में वह उस प्रत्याशी का नाम भी देख सकता है, जिसे उसने वोट दिया है। वीवीपीएटी मशीन के तहत वोटर सात सेकंड तक यह देख सकता है कि उसने जो वोट किया है, वह उसी उम्मीदवार को गया है या नहीं, जिसका उसने बटन दबाया है। इस मशीन के जरिए मतदाता प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह और नाम उसकी ओर से चुनी गई भाषा में देख सकता है।

 

वेब डेस्क, IBC24